मास्को: रूस में अगले वर्ष राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं। मगर रूस के निर्वाचन आयोग ने मुख्य विपक्षी नेता एलेक्सी नेवलनी के चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है। नेवलनी रूस के वर्तमान राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने वाले थे।
बता दें, कि रूस के केंद्रीय निर्वाचन आयोग में 13 सदस्य हैं, जिनमें से 12 ने सर्वसम्मति से 41 वर्षीय नेवलनी के चुनाव लड़ने पर रोक लगाई है। वहीं एक सदस्य इस दौरान अनुपस्थित रहा। आयोग ने इसके लिए अदालत के एक आदेश का हवाला दिया है। कोर्ट के इस फैसले में नेवलनी को फ्रॉड का दोषी पाया गया था।
नेवलनी करेंगे चुनाव बहिष्कार
दरअसल, साल 2013 में रूस की अदालत ने उन्हें एक गबन में लिप्त पाया था और 5 वर्ष की सजा सुनाई थी। नेवलनी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है। इस संबंध में उन्होंने एक वीडियो भी जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा, कि 'जो हुआ है उसका उन्हें पहले से ही अंदेशा था। इसलिए हम अपनी योजना को लेकर साफ़ हैं। हम चुनाव का बहिष्कार करते हैं।' साथ ही वो अपने समर्थकों से भी राष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार करने की अपील करेंगे।
इस चुनाव में सिर्फ पुतिन और उनके लोग ही
नेवलनी ने कहा, 'वह पूरे देश में इस चुनाव के बहिष्कार के लिए अभियान चलाएंगे। हमें जिस चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने को कहा जा रहा, वह वास्तव में चुनाव नहीं है। इसमें सिर्फ पुतिन और उनके रिप्रेजेन्टेटिव ही भाग लेंगे।'
रूस में राष्ट्रपति के लिए अनिवार्य योग्यता
बता दें, कि रूस में राष्ट्रपति का कार्यकाल 6 वर्ष का होता है। यहां कोई भी व्यक्ति दो बार से ज्यादा लगातार राष्ट्रपति नहीं रह सकता है। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की आयु 35 वर्ष से काम नहीं होनी चाहिए। साथ ही वह रूस का कम से कम 10 वर्ष से स्थायी नागरिक हो।