UK: पहली बार लगा प्रेसिडेंट रूल, कांग्रेस बोली- डेमोक्रेसी का मर्डर

Update: 2016-03-27 08:53 GMT

देहरादून: उत्‍तराखंड में रविवार से प्रेसिडेंट रूल लागू हो गया। केंद्र सरकार ने शनिवार की रात प्रेसिडेंट से इसकी सिफारिश की थी। प्रेसिडेंट ने रविवार को इस पर साइन कर दिए। हरीश रावत को सोमवार को विधानसभा में बहुमत साबित करना था। उत्तराखंड राज्य को बने 16 साल हुए हैं लेकिन यह पहली बार है जब वहां प्रेसिडेंट रूल लगा है। हरीश रावत ने इसे लोकतंत्र और संविधान का मर्डर बताया है।

मोदी सरकार आने के बाद प्रेसिडेंट रूल लगने वाला तीसरा राज्य

अरुणाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर के बाद उत्तराखंड तीसरा राज्य है जहां केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद प्रेसिडेंट रूल लगा है। अरुणाचल में दूसरी सरकार बन गई, जबकि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा निलंबित किए जाने के बाद प्रेसिडेंट रूल लगाया गया था। अब वहां भी महबूबा मुफ्ती की लीडरशिप में पीडीपी और बीजेपी की सरकार बनने जा रही है। संयोग है कि तीनों छोटे राज्य हैं जिनकी सीमा दूसरे देश से लगती है।

यह भी पढ़ें...VIDEO: स्टिंग ऑपरेशन में फंसे सीएम हरीश रावत, बोले-बागियों की है साजिश

उत्तराखंड विधानसभा में सदस्यों की संख्या

-कांग्रेस 36

-बीजेपी 28

-बसपा 02

-यूकेडी 01

-निर्दलीय 03

-मनोनीत 01

-कुल 71

प्रेसिडेंट रूल लगने से पहले क्या कहा था रावत ने?

प्रेसिडेंट रूल लगने से पहले पहले सीएम हरीश रावत ने मीडिया से कहा कि बीजेपी ने कांग्रेस के बागी विधायकों को खरीदा और उन्हें दिल्ली, जयपुर और गुड़गांव की सैर कराई। बीजेपी लगातार सरकार को प्रेसिडेंट रूल की धमकी दे रही है। वो इस धमकी की निंदा करते हैं। बीजेपी की इस हरकत को अब वो जनता के सामने रखेंगे। राज्य का भाग्य बागी और कथित स्टिंग आपरेशन तय करेंगे या जनता, अब ये देखना है। बीजेपी बताए कि बागी नेता विजय बहुगुणा और विजय वर्गीय के बीच नई दोस्ती नया प्यार क्यों है और कैसे हुआ।

ये भी पढ़ें... मुलायम की एक और बहू की पॉलिटिक्स में एंट्री, अपर्णा यादव को मिला टिकट

कोश्यारी ने कहा उत्तराखंड का डीएनए हरीश रावत में नहीं

बीजेपी नेता और उत्तराखंड के पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी ने रविवार को कहा कि कांग्रेस नेता और सीएम हरीश रावत का डीएनए उत्तराखंड का है नहीं। वे अपने विधायकों को अपमानित करते रहे जिसका नतीजा सामने है। हरीश रावत ने ही विधायकों को अब सरकार बचाने के लिए रकम का प्रलोभन दिया जिसकी सीडी मैंने भी शनिवार को देखी। उन्होंने शराब कंपनी से सांठगांठ की और एक कंपनी की ही शराब खरीदने को कहा।

ये भी पढ़ें...गवर्नर का पलटवार, कहा- सरकार के काम की निगरानी करना मेरी जिम्मेदारी

उनके इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस के ही नेता पी चिदम्बरम वकील के तौर पर हाईकोर्ट गए थे जिसमें हरीश रावत की हार हुई थी। कोश्यारी ने कहा 18 मार्च को वित्त विधेयक फेल हो गया था। विधानसभा में मौजूद 65 विधायकों में 35 से सरकार के विपक्ष में मतदान किया था। सरकार तो उसी दिन गिर गई थी।

कोश्यारी ने पीएम को बताया था युधिष्ठिर

राष्ट्रपति शासन लगने से पहले कोश्यारी ने कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी युधिष्ठिर की तरह सब कुछ देखें नहीं बल्कि निर्णय भी लें। उत्तराखंड में सत्य हारता दिख रहा है। सत्य बोलो और सत्य की रक्षा करो। प्रेसिडेंट से भी उन्होंने शनिवार को संविधान की रक्षा करने का आग्रह किया था।

Tags:    

Similar News