राजकुमार राव की 'न्यूटन' को मिली ऑस्कर में भारत की ऑफिशियल एंट्री
ऑस्कर अवॉर्ड भारतीय सिनेमा के लिए हमेशा से ही चर्चा का विषय रहा है। इस साल अभिनेता राजकुमार राव की फिल्म 'न्यूटन' को ऑस्कर में एंट्री मिली है। यह फिल्म 22 सितंबर को रिलीज हुई है। इसे आलोचकों और दर्शकों के काफी अच्छे रिव्यू मिल रहे हैं। खुद राजकुमार ने ट्वीट कर फिल्म की टीम को बधाई दी।
मुबंई : ऑस्कर अवॉर्ड भारतीय सिनेमा के लिए हमेशा से ही चर्चा का विषय रहा है। इस साल अभिनेता राजकुमार राव की फिल्म 'न्यूटन' को ऑस्कर में एंट्री मिली है। यह फिल्म 22 सितंबर को रिलीज हुई है। इसे आलोचकों और दर्शकों के काफी अच्छे रिव्यू मिल रहे हैं। खुद राजकुमार ने ट्वीट कर फिल्म की टीम को बधाई दी।
फिल्म का निर्देशन अमित मासुरकर ने किया है। फिल्म में राजकुमार राव ने न्यूटन का किरदार निभाया है। इसके अलावा पंकज त्रिपाठी, संजय मिश्रा, अंजलि पाटिल, रघुबीर यादव भी अहम भूमिकाओं में हैं। बता दें, लॉस एंजेल्स में 90वें अकेडमी अवॉर्ड्स का आयोजन 4 मार्च 2018 को होगा।
खास वर्ग के लिए फिल्म
न्यूटन फिल्म मध्यम वर्गीय परिवार के न्यूटन कुमार उर्फ नूतन कुमार की कहानी है। यह फिल्म आपको शुरू से अंत तक बांधने का दम रखती है। न्यूटन एक ऐसी फिल्म है जो ऑडियंस की एक खास क्लास के लिए है, जिन्हें रिऐलिटी को स्क्रीन पर देखना पसंद है।
दर्शकों ने की जमकर तारीफ
राजकुमार ने इस फिल्म में अपनी लाजवाब एक्टिंग और किरदार को जीवंत बना दिया है। अपनी बेहतरीन एक्टिंग के चलते इस अवॉर्ड के दावेदारों की लिस्ट में जरूर शामिल हो गए हैं। इस फिल्म को जिस तरह क्रिटिक्स और दर्शकों की एक क्लास की जमकर तारीफें मिल रही हैं उसे देखकर पहले ही कहा जा रहा था कि फिल्म देश-विदेश के कई प्रतिष्ठित फेस्टिवल में अपने नाम कई अवॉर्ड करने वाली है।
अब तक एक भी नहीं जीता ऑस्कर
बता दें कि अब तक एक बार भी विदेशी भाषा कैटेगरी में कोई ऑस्कर नहीं जीता है। बीते साल तमिल फिल्म विसारानाई को भी इस कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया था, लेकिन ये भी बहुत जल्द ही इस रेस से बाहर हो गई थी। इससे पहले अपुर संसार (1959), गाइड (1965), सारांश (1984), नायकन (1987), परिंदा (1989), अंजलि (1990), हे राम (2000), देवदास (2002), हरिचन्द्रा फैक्ट्री (2008), बर्फी (2012) और कोर्ट (2015) को भी भारत की तरफ से ऑस्कर के लिए नामित किया जा चुका है।
फाइनल लिस्ट में ये 3 फिल्में थी शामिल
फाइनल लिस्ट तक पहुंचने वाली फिल्मों में भी भारत की ओर से सिर्फ तीन फिल्मों के नाम महबूब खान की मदर इंडिया (1957), मीरा नायर की सलाम बॉम्बे (1988) और आशुतोष गोवारिकर की लगान (2001) ही शामिल हैं।
अब देखना होगा कि भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को ऑस्कर की दौड़ में न्यूटन का चयन कितना आगे तक लेकर जाता है।फिलहाल, राजकुमार राव की इस उपलब्धि के लिए सभी ने उन्हें बधाई दी। वहीं ऑस्कर में नामित होने के निर्णय पर फिल्म की टीम ने काफी खुशी जाहिर की।