नई दिल्लीः रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन पर लगातार निशाना साधने वाले बीजेपी के सांसद सुब्रहमण्यम स्वामी बुधवार को मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) अरविंद सुब्रहमण्यम के पीछे पड़ गए। स्वामी ने आरोप लगाया कि जीएसटी पर कांग्रेस को अड़े रहने के लिए अरविंद ने प्रोत्साहित किया। आरोपों से नाराज वित्त मंत्री अरुण जेटली इसके बाद स्वामी के खिलाफ मैदान में उतरे। उन्होंने कहा कि पार्टी के नेताओं को अनुशासन नहीं भूलना चाहिए।
स्वामी ने क्या लगाए आरोप?
-स्वामी ने लगातार एक के बाद एक आरोप अरविंद सुब्रहमण्यम पर लगाने शुरू किए।
-उन्होंने कहा कि अनुमान लगाइए, जीएसटी पर कांग्रेस को अपने रुख पर अड़े रहने के लिए किसने प्रोत्साहित किया? जेटली के आर्थिक सलाहकार वॉशिंगटन डीसी के अरविंद सुब्रमण्यन
-स्वामी ने ये भी कहा कि अमेरिकी कांग्रेस को 13/3/13 को किसने कहा कि अमेरिकी दवा कंपनियों के हितों की रक्षा के लिए अमेरिका को भारत के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए? अरविंद सुब्रमण्यन, वित्त मंत्रालय, उन्हें हटाया जाए।
-स्वामी ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये अमेरिका में काम करते थे। अमेरिकन कांग्रेस भारत के रुख को लेकर सुनवाई कर रही थी। उसमें अरविंद ने कहा कि अमेरिका के अनुकूल भारत नहीं चल रहा है। हमें सबक सिखाने के लिए डब्ल्यूटीओ में अड़ंगा लगाना चाहिए।
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जेटली ने कैसे दिया जवाब?
-सुब्रहमण्यम स्वामी के हमलों के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली मैदान में उतरे।
-जेटली ने कहा कि अरविंद सुब्रहमण्यम पर पूरा भरोसा है और उनकी सलाह की अहमियत है।
-वित्त मंत्री ने ये भी कहा कि पार्टी के नेताओं को अनुशासन याद रखना चाहिए।
-वक्त-वक्त पर सरकार को मुख्य आर्थिक सलाहकार ने मूल्यवान सलाह भी दिए हैं।
दिग्विजय ने साधा निशाना
-इस मामले में कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी सरकार पर निशाना साधा।
-दिग्विजय ने कहा कि सुब्रहमण्यम स्वामी अरविंद पर नहीं, जेटली पर निशाना साध रहे हैं।
-दिग्विजय ने पूछा कि क्या सुब्रहमण्यम स्वामी को पीएम मोदी वित्त मंत्रालय सौंपने जा रहे हैं।
-पीएम ने स्वामी को आश्वस्त किया है कि अगर नेहरू-गांधी परिवार पर निशाना साधेंगे तो बदले में कुछ मिलेगा।