UP विधानसभा: सरकार चर्चा तो विपक्ष बिजली की बढ़ी दर वापसी पर अड़ा

Update:2017-12-15 14:57 IST

लखनऊ: यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी हंगामा लगातार जारी रहा। जनता के सवालों की आवाज एक बार फिर हंगामे में दबकर रह गयीं। समाजवादी पार्टी ने जमकर हंगामा किया और प्रश्नकाल नहीं चलने दिया। दो बार के स्थगन के बाद पूरा प्रश्नकाल स्थगित कर दिया गया।

सपा के विधायक पूरे दिन वेल में धरने पर रहे। उनकी मांग थी कि सरकार बिजली के बढ़े दाम वापस ले तो ही चर्चा होगी वहीं आज सरकार ने सपा को किसान और लोकतंत्र विरोधी करार देकर चर्चा में आने की चुनौती दी।

सुबह से ही सपा ने किया हंगामा

विधानसभा में जैसे ही दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू हुई, सपा के सदस्य वेल में आ गए और हंगामा करने लगे। कहा, 'सरकार ने बेतहाशा बिजली के बिल बढाकर किसान और उपभोक्ता की कमर तोड़ दी है। जब तक बढ़े बिल के दाम वापस नहीं लेती तब तक चर्चा नहीं होगी।' सपा विधायक नारे लगाते वेल में धरने पर बैठ गए। रामगोविंद चौधरी ने कहा, सरकार अड़ियल रवैए पर है। क्या इस सरकार ने एक भी यूनिट बिजली का उत्पादन किया है जो दावे कर रही है। सपा सरकार ने पिछले कार्यकाल में बिजली उत्पादन दोगुना कर दिया था उसी की शेखी सरकार बघार रही है। सरकार जब तक बढे दाम वापस नहीं लेगी चर्चा नहीं होगी। ये बात और है कि वे आगे की रणनीति बताने से इनकार कर गये।

रामगोविंद चौधरी के गजब बोल

रामगोविंद चौधरी ने कहा, कि 'यह दुर्भाग्य है कि सब लोग बीजेपी के झूठ पर भरोसा कर रहे हैं। चाहे मीडिया हो या जनता। यह तक बोल गए कि घोर कलयुग आ गया है जो असत्य की जीत सत्य पर हो रही है।' वहीं उन्होंने कहा, कि नौ महीने में किसी भी पति-पत्नी के बच्चा हो सकता है, पर इस सरकार ने एक काम भी पैदा नहीं किया।

सदन में मुख्यमंत्री ने दहाड़ा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा को अलोकतांत्रिक और किसान विरोधी बताया। कहा, 'पहले बिजली नहीं मिलती थी सिर्फ चार जिलो में परिवार के लोगों के क्षेत्र में बिजली दी जाती थी। हमारी सरकार हर इलाके को बिजली दे रही है। बिना बिजली के किसान को पंपिंग सेट पर सिंचाई करनी पड़ती थी तो उसका खर्च प्रति यूनिट 25 रुपए आता था। अब तो महज 80 पैसे प्रति यूनिट से बढाकर इसे 1 रुपए 10 पैसे किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा, कि सरकार 6 रुपए 80 पैसे की बिजली खरीदकर 1 रुपए 10 पैसे में देती है। ऐसे में बढोत्तरी पर बात करना बेमानी है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा, कि सपा को डर है कि उसके काले कारनामे खुल जाएंगे इस लिए चर्चा से बच रही है। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि जिस तरह से सपा को जनता ने नकार दिया है और जगह जगह जनता को भड़काने की कोशिश के बाद भी किसानों ने कोई आंदोलन नहीं किया उसके बाद हताशा में सपा के 47 विधायक 355 विधायकों का लोकतांत्रिक अधिकार हंगामा कर छीन रहे हैं।

सरकार और विपक्ष में ठनी, जनता के मुद्दे नदारद

सरकार और सपा के बीच की इस तनातनी का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। वैसे देखा जाय तो सराकर अपना काम कर विधेयक पेश और पारित कर रही है विपक्ष हंगामा कर रहा पर इस हंगामे के चलते न तो सरकार जनता के सवालों का जवाब दे रही है न ही जनता के सवाल उठ पा रहे है। अब सत्ता और विपक्ष के इस खेल में जनता का पिसना कुछ नया तो नहीं है पर एक बार फिर हो रहा है।

सरकार चर्चा से भाग रही है

अजय लल्लू ने कहा, 'हम चाहते थे कि प्रश्नकाल से पहले चर्चा हो। लेकिन सरकार भाग रही है। उन्होंने कहा, बीजेपी जुमलों पर आधारित पार्टी है। यह जुमले करती है काम नहीं करती। सरकार ख़ुद अपनी ज़िम्मेदारी से भाग रही है और विपक्ष पर ठीकरा फोड़ रही है।'

हम ऐसा नहीं होने देंगे

इसके बाद सपा नेता नरेश उत्तम का भी बयान आया। उन्होंने कहा, 'बीजेपी किसान विरोधी है। किसानों को उनका लागत मूल्य तक नहीं मिल पा रहा है। अब बिजली के दाम बढ़ाकर बोझ डाला जा रहा है। हम ऐसा नहीं होने देंगे।'

Tags:    

Similar News