लखनऊ: यूपी विधान परिषद के उपचुनाव में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके दो उप मुख्यमंत्री मंगलवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। 5 सितम्बर को उपचुनाव के नामांकन का अंतिम दिन भी है।
यूपी भाजपा के नाथ, महेंद्र नाथ पांडेय ने बताया कि योगी समेत पांचो लोग मंगलवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। चुनाव आयोग के अनुसार नामांकन पत्रों की जांच का काम छह सितंबर को होगा। नामांकन पत्र वापिस लेने की अंतिम तिथि आठ सितंबर हैं और मतदान 15 सितंबर को होगा और उसी दिन मतगणना भी होगी।
बतादें, आदित्यनाथ ने 19 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और उन्हें पद भार ग्रहण के छह माह के अंदर किसी भी सदन की सदस्यता लेनी जरूरी है और यह छह माह 19 सितंबर को समाप्त हो रहा है।
योगी के अलावा दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा और दो मंत्री स्वंतत्र देव सिंह, मोहसिन रजा भी दोनों सदनों में से किसी भी सदन के सदस्य नहीं है। योगी और मौर्य अभी लोकसभा के सदस्य हैं। मुख्यमंत्री समेत इन सभी पांचों को अपने पद पर बने रहने के लिये विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य बनना जरूरी है।
15 सितंबर को इन 4 सीटों पर होगा चुनाव
-29 जुलाई 2017 को सपा के एमएलसी बुक्कल नवाब ने विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। इनका कार्यकाल 6 जुलाई 2022 तक रहेगा। बाद में इन्होंने बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी।
-29 जुलाई को ही सपा के यशवंत सिंह ने भी विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। इनका भी कार्यकाल 6 जुलाई 2022 तक था। बाद में इन्होंने बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी।
-वहीं, सपा की ही डॉ. सरोजनी अग्रवाल ने 4 अगस्त 2017 को इस्तीफा दिया था। इनका कार्यकाल 30 जनवरी 2021 को ख़त्म हो रहा है। बाद में इन्होंने बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी।
-सपा के ही अशोक बाजपयी ने भी 9 अगस्त 2017 को इस्तीफा दिया था। इनका भी कार्यकाल 30 जनवरी 2021 को ख़त्म होगा। बाद में इन्होंने बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी।
-इन चारों सीटों पर 15 सितंबर को उपचुनाव होगा।
पांचवी सीट का सस्पेंस खत्म होने के बाद अब भाजपा के सभी मंत्री 5 सिंतबर को विधानपरिषद का नामांकन कने जा रहे हैं। 24 अगस्त को चुनाव आयोग ने एमएलसी की 4 सीटों पर उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित किया था। पर 31 अगस्त को पांचवी सीट पर उपचुनाव की अधिसूचना के बाद अब पांचो मंत्री अपना नामांकन करेंगे।
माना जा रहा है कि इस नामांकन के बाद ये सभी 8 तारीख को ही चुन लिए जाएँगे। क्योंकि विपक्ष अपना कोई उम्मीदवार नहीं खड़ा कर रहा है ऐसे में यह चुनाव निर्विरोध ही हो जाएंगे।