कोरोना इफेक्ट – आया वर्चुअल हेयर कट का जमाना
अमेरिका में जिस तरह टॉइलेट पेपर के लिए मारामारी मची हुई थी वैसे ही अब बाल काटने की कैंचियों, हेयर कलर की जाम कर ख़रीदारी हो रही है। इसी ट्रेंड को देखते हुये टेक कंपनियाँ वर्चुअल हेयर कट इंडस्ट्री का हिस्सा बनने के लिए दौड़ लगा रही हैं।
लखनऊ। कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन में लोग बंद हैं। लोगों को घर बैठे वो सभी सुविधाएं चाहिए जिनके लिए उनको बाहर जाना पड़ता है। ऐसी ही एक सुविधा है हेयर कटिंग यानी बाल कटाने की। सैलून बंद हैं और जब खुलेंगे तब भी बहुत से लोग वहाँ जाना पसंद नहीं करेंगे। इस जरूरत और मौके का फायदा उठाते हुये अब हेयर कटिंग वेब साइट और एप भी आ गई है।
अमेरिका के टेक उद्यमी ग्रेग आइजनबर्ग खुद भी परेशान थे कि हेयर कटिंग कैसे कराई जाये। जब कोई उपाय नहीं सूझा तो खुद ही अपने बाल काट डाले। ग्रेग ने सोचा कि उनके जैसे तमाम लोग इस समस्या से रूबरू हो रहे होंगे। बस, ग्रेग ने फानन में एक हेयर कटिंग साइट और एप तैयार करके लांच कर दिया। लांचिंग के 24 घटने के भीतर ग्रेग ‘वर्चुअल हेयर कट’ के जादूगर बन गए। ‘वर्चुअल हेयर कट’ वो इंडस्ट्री है जो मात्र तीन हफ्ते पहले अस्तित्व में ही नहीं थी और किसी ने इसके बारे में सोचा तक नहीं था। अब ये इंडस्ट्री और भी आगे बढ़ेगी इसमें कोई दो राय नहीं।
ग्रेग के एप का नाम है “वाईपीएनएअच’ (यू प्रोबेबली नीड ए हेयर कट), यानी ‘आपको शायद हेयर कट की जरूरत है।‘ इसके जरिये 18 डालर में 2 दर्जन फ्रीलान्स नाईयों की सेवाएँ ली जा सकती हैं जो आपको वीडियो चैट के जरिये अपने बाल खुद काटने में पूरा मार्ग दर्शन करेंगे।
बाल काटने के गुर
वैसे, लोगों के पास अब और भी विकल्प मिल गए है। रेगुलर सैलून भी एक निश्चित फीस के बदले में ज़ूम या स्काईप के जरिये बाल काटने के गुर बता रहे हैं। स्टाइलिंग स्पेशलिस्ट कैथरीन कॅलिस ने वीडियो के जरिये हेयर स्टाइलिंग सेवाएँ देना शुरू कर दिया है। वो इंस्टाग्राम पर ‘बैंग ट्रिम ट्यूटोरियल’ के नाम से अपनी सेवाएँ दे रही हैं।
30 मिनट के लिए फीस है 50 डालर और 1 घंटे के लिए 100 डालर। ये सेवा ज़ूम पर दी जाती है। कई जगह लोकल प्रशासन ने नाईयों को होम सर्विस की छोत दी है लेकिन शर्त है कि वो घर के बाहर बाल काटेंगे और वो भी सुरक्षा सूट पहन कर।
अमेरिका में जिस तरह टॉइलेट पेपर के लिए मारामारी मची हुई थी वैसे ही अब बाल काटने की कैंचियों, हेयर कलर की जाम कर ख़रीदारी हो रही है। इसी ट्रेंड को देखते हुये टेक कंपनियाँ वर्चुअल हेयर कट इंडस्ट्री का हिस्सा बनने के लिए दौड़ लगा रही हैं।