आखिर क्यों आता है रात में बुखार, ये हैं इसकी 7 वजह

Update: 2016-02-20 10:32 GMT

सहारनपुर: डेंगू, मलेरिया और स्वाइन फ्लू बीमारी से लोगों को तो होती है। इसका सब ध्यान भी रखते है। इसके लिए पहले ही एहतियात बरतने लगते है। ज्यादातर लोग रात में लगने वाले बुखार को हल्के में लेते है। रात में होने वाले बुखार से पीड़ित रोगियों की संख्या भी कम नहीं है। शारीरिक संतुलन बिगड़ने के साथ रात में बुखार होने के कई कारण हैं। बुखार आना इस बात का संकेत है कि आपके अंदर कोई बीमारी पनप रही है, साथ ही सर्दी और बदन में दर्द की शिकायत भी रहती है। वे कौन से लक्षण है जिसमें बीमारी का पता चल पाता है कि आपको रात में बुखार क्यों आता है और दिन में बुखार के कोई लक्षण भी नहीं दिखाई देते हैं। अक्सर लोग इस तरह के लक्षण को नजरअंदाज करते हैं जो कि आगे चलकर उनके लिए बहुत घातक साबित हो सकता है।

जिला मलेरिया अधिकारी शिवांका गौड़ बताती हैं कि अगर शरीर में बुखार के कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहा हो और सिर्फ रात में बुखार होता हो तो आपको अपने डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए। अगर आपको रात में बुुखार चढ़ता है तो इसके कई कारण हो सकते हैं। ऐसे में बरती गई लापरवाही नुकसानदायक सााबित हो सकती है। यदि रात में बुखार आने की शिकायत है तो इसके लिए अपने डॉक्टर को जरूर दिखाए।

रात में बुखार आने के कारण

एलर्जी: रात में बुखार आने का ये भी एक कारण हो सकता है कि आपको किसी दवा से एलर्जी हो गई हो। इसमें रात में बुखार के साथ शरीर में लालिमा और सूजन हो जाती है। यह और कष्टदायक हो इसके लिए पहले ही अपने डॉक्टर को दिखाइए।

यूरिन इंफेक्शन: रात में बुखार आने का कारण यूरनेरी टैक्ट इंफैक्शन भी हो सकता है। इसमें पेशाब करते समय जलन और दर्द भी होता है। इस स्थिति में कोई लापरवाही न करें और तुरंत डॉक्टर से मिले।

श्वांस तत्र में संक्रमण: भोजन नली में संक्रमण की वजह से गले में दर्द और फिर रात में बुखार आता है। कभी-कभी यह कुछ दिनों में ठीक हो जाता है, लेकिन अगर इसे नजरअंदाज किया जाता है तो यह संक्रमण आसानी से ठीक नहीं होेता है।

त्वचा में संक्रमण: किसी भी तरह का संक्रमण आपके शरीर का तापमान बढ़ा सकता है। इसी तरह अगर आपको कोई त्वचा का संक्रमण है तो भी आपको रात में बुखार आ सकता है।

सूजन: शरीर में किसी भी तरह की बीमारी, और एलर्जी से सूजन हो सकती है। इससे बुखार आ सकता है। अगर यह स्थिति ज्यादा दिनों तक बनी रहती है तो डॉक्टर से तुरंत मिलें।

कनेक्टिव टिशू डिसार्डर: कनेक्टिव टीशू डिसार्डर और रुमटाइड आर्थाइटस की वजह से भी बुखार हो जाता है और जोड़ों में बुहत तेज दर्द भी होता है। नाव-पूरे दिन काम करने से शरीर में तनाव और थकान हो जाती है, जिससे रात में बुखार हो जाता है। इसलिए अपने शरीर से ज्यादा काम ना लें और जितना हो सके कम से कम काम करें और आराम करें।

हाथ और पैर ठंडे हो जाना: सही ब्लड सर्कुलेशन आपके शरीर के तापमान को सामान्य रखता है। वहीं खराब ब्लड सकुलेशन आपके शरीर के तापमान को कम कर देता है। जिसकी वजह से बुखार होता है। साथ ही हाथ और पैर ठंडे होने लगते हैं।

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