लखनऊ: गोलमटोल बच्चे सबको बहुत भाते है, लेकिन क्या आपको पता है बच्चों का मोटापा परेशानी का सबब बन सकता है। अगर आप भी बच्चे के बढ़ते वजन और मोटापे से परेशान हैं तो हो सकता है इसकी वजह आप खुद हों। एक रिसर्च के अनुसार, कामकाजी मम्मी के बच्चों के मोटे होने की संभावना अधिक होती है। शोधकर्ताओं का कहना कि जब से महिलाएं बाहर की दुनिया में कदम रखी है, तब से उनके बच्चों की सही देखभाल नहीं होने से बच्चों का वजन बढ़ने लगा है।
शोध में बाद सामने आई है कि इन दोनों बातों का समान रूप से बढ़ना इनके परस्पर संबंध को दिखाता है। उनके अनुसार, कामकाजी मम्मी अगर ज्यादा से ज्यादा ध्यान बच्चों पर दे तो वजन बढ़ने की समस्या से राहत मिल सकती है। कहा जा रहा है कि 1970 के बाद से बच्चों के वजन बढ़ने की दर में दोगुनी वृद्धि हुई है। 2014 के आंकड़ों की मानें तो 200 मिलियन से ज्यादा बच्चे मोटापे के पाए गए।
शोधकर्ताओं का मानना हैं कि मां के साथ कम वक्त बिताने वाले बच्चों की दिनचर्या अनियमित होती है। वे जंक फूड ज्यादा खाते है। वे घर का खाना बहुत कम पसंद करते हैं। ऐसे बच्चे फिजिकल एक्टिव भी नहीं होते हैं और उनकी नींद भी सही नहीं होती है। ये सभी आदतें वजन बढ़ने का कारण हैं।
समाधान
इस समस्या के निदान का एक ही उपाय है कि कामकाजी मम्मियों को ज्यादा से ज्यादा सहयोग दिया जाए ताकि वो बच्चे के साथ समय बिता सकें। शोधकर्ता डॉक्टर ग्वोज्ड के अनुसार जो महिलाएं ऑफिस जाती हैं उनके पास घर को व्यवस्थित रखने के लिए बहुत कम समय होता है। इसका नतीजा ये होता है कि उनके बच्चे बेहतर क्वालिटी का खाना नहीं खाते और मोटापा का शिकार हो जाते है।