Chamaro Ki Gali Play: राजनीति पर कटाक्ष करती है चमारों की गली, जानिए अदम गोंडवी के नाटक की क्या है कहानी
Chamaro Ki Gali Play: चमारों की गली के लेखक अदम गोंडवी सामाजिक और राजनीतिक आलोचना के प्रखर कवि, अपने तीखे और विद्रोही तेवर के लिए पहचाने जाते हैं। उनकी रचनाओं में राजनीति पर किए गए कटाक्ष काफी तीखे है। अपनी लेखनी में शब्दों से सत्ता पर बाण चलाना अदम गोंडवी की एक खासियत है।
Chamaro Ki Gali Play: चमारों की गली के लेखक अदम गोंडवी सामाजिक और राजनीतिक आलोचना के प्रखर कवि, अपने तीखे और विद्रोही तेवर के लिए पहचाने जाते हैं। उनकी रचनाओं में राजनीति पर किए गए कटाक्ष काफी तीखे है। अपनी लेखनी में शब्दों से सत्ता पर बाण चलाना अदम गोंडवी की एक खासियत है। अदब गोंडवी की कविता ‘मैं चमारों की गली तक ले चलूंगा आपको’ का नाटकीय रूपांतरण अंबेडकर विश्वविद्यालय की सफ़दर परफार्मिंग आर्ट्स सोसायटी के छात्रों द्वारा ज्योतिबा फुले और भीमराव अंबेडकर की याद में मंचन किया।
चमारों की गली नाटक का उद्देश्य
चमारों की गली नाटक आत्मभर्त्सना पर आधारित है। नाटक में लेखक अपने ही समाज के लोगों को आईना दिखाता है कि देखो अपने चेहरे को जिसे नैतिकता की आड़ में छुपा रखा है। इस नाटक को देखने के बाद दर्शकों के मन में गुस्से का गुबार उठ जाता है। मन में शर्म आती है क्योंकि यह नाटक समाज को आइना दिखाता है कि समाज में विभिन्न जातियों और वर्गों के बीच कितना भेदभाव दिखाई पड़ता है। लोगों की ऐसी मानसिकता हमारे समाज की और समय की सच्चाई दर्शाती है। खुशियाँ और सौंदर्य तो केवल महलों में दिखाई पड़ता है। चमारों की गली के प्रतिरूप और लोगों के साथ हो रहा भेदभाव समाज की स्थिति और लोगों की सोच को दर्शाता है।
यह जानते हुए की ऊंची जाति के लोग और उनके बच्ची ने कितना गलत किया है फिर भी उन्हें बचाने के लिए और समाज में उनका वर्चस्व बनाए रखने के लिए किस तरह राजनीति और अफ़सरशाही की मदद ली जाती है, उसका सटीक उदाहरण इस नाटक में भली भाँति दर्शाया गया है।
नाटक के मुख्य कलाकार
चमारों की गली नाटक का निर्देशन सफ़दर परफॉर्मिंग आर्ट सोसाइटी के सदस्य अमन द्वारा किया गया है। नाटक में मुख्य कलाकार की भूमिका में सोसाइटी के सदस्य आदर्श, खुशबू, रागिनी, रॉकी, पीयूष, अभिषेक, वाहाब, श्रुति द्वारा निभाई गयी है।