झारखंड: 12 सीटों पर एनडीए जीता; शिबू सोरेन, बाबूलाल, सुबोधकांत जैसे दिग्गज हारे
झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में से 12 सीटों पर भाजपा और उसकी सहयोगी ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए को 2014 के आम चुनावों में भी झारखंड में इतनी ही सीटें मिली थीं।
रांची: झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में से 12 सीटों पर भाजपा और उसकी सहयोगी ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए को 2014 के आम चुनावों में भी झारखंड में इतनी ही सीटें मिली थीं।
दूसरी ओर, राज्य में मुख्य विपक्षी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के अध्यक्ष शिबू सोरेन उर्फ गुरू जी दुमका की अपनी परंपरागत सीट से, उनके महागठबंधन के सहयोगी झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी कोडरमा सीट से और रांची से कांग्रेस उम्मीदवार एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय बुरी तरह पराजित हुए हैं।
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झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल खियांग्ते ने बताया कि राज्य की 14 लोकसभा सीटों में से अधिकतर के परिणाम आ गए हैं लेकिन कुछ सीटों के परिणाम तकनीकी कारणों से घोषित नहीं किए गए हैं। सभी 14 सीटों में से 11 पर भाजपा के उम्मीदवार या तो जीत दर्ज कर चुके हैं अथवा आगे हैं। गिरिडीह की एक सीट पर भाजपा की सहयोगी आजसू ने जीत दर्ज की है। जबकि सिंहभूम की सीट कांग्रेस ने भाजपा से छीन ली है और राजमहल की सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने पास बरकरार रखी है।
झाविमो के अध्यक्ष एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भाजपा की अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी अन्नपूर्णा देवी से 4,54,764 मतों के भारी अंतर से हार गए हैं।
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इसी प्रकार दुमका से झामुमो के मुखिया उर्फ गुरू जी शिबू सोरेन भाजपा के सुनील सोरेन से 43,853 मतों से हार गए हैं। राज्य की मुख्य विपक्षी झामुमो की यह हार बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि वह पार्टी के संस्थापक रहे हैं।
भाजपा के रांची से उम्मीदवार संजय सेठ ने कांग्रेस नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय को 2,81,269 मतों के भारी अंतर से पराजित कर दिया है।
पलामू से भाजपा के निवर्तमान सांसद विष्णु दयाल राम ने राष्ट्रीय जनता दल के घूरन राम को 4,75,284 मतों के भारी अंतर से पराजित कर दिया।
जमशेदपुर से भाजपा के विद्युतवरण महतो ने झामुमो के चंपई सोरेन को 301036 मतों के भारी अंतर से पराजित किया।
हजारीबाग सीट पर केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा उम्मीदवार जयंत सिन्हा ने कांग्रेस के गोपाल प्रसाद साहू को 4,75,794 मतों के भारी अंतर से पराजित किया।
गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा के निशिकांत दूबे ने झाविमो के प्रदीप यादव को 1,71,702 मतों के भारी अंतर से पराजित कर सीट अपने कब्जे में रखी।
गिरिडीह से भाजपा समर्थित आजसू उम्मीदवार एवं झारखंड सरकार के मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने झामुमो के जगन्नाथ महतो को 2,48,347 मतों के भारी अंतर से पराजित किया।
दुमका से आश्चर्यजनक रूप से भाजपा के सुनील सोरेन ने महागठबंधन के मुख्य घटक दल झामुमो के प्रमुख शिबू सोरेन उर्फ गुरू जी को पराजित कर इतिहास रच दिया।
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धनबाद से भाजपा के निवर्तमान सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार कीर्ति आजाद को 3,90,209 मतों से पराजित किया। कीर्ति पिछले लोकसभा चुनाव में बिहार की दरभंगा सीट से भाजपा के टिकट पर जीते थे।
चतरा से भाजपा के सुनील कुमार सिंह ने कांग्रेस के उम्मीदवार एवं विधायक मनोज कुमार यादव को 2,83,284 मतों के भारी अंतर से पराजित किया।
राजमहल (अनुसूचित जनजाति) सीट पर भाजपा के हेमलाल मुर्मू झामुमो के निवर्तमान सांसद विजय हंसदा से 98658 मतों से लगातार दूसरी बार पराजित हुए और इन चुनावों में यही एक मात्र सीट झामुमो जीत सकी है।
लोहरदगा में केन्द्रीय आदिवासी कल्याण राज्य मंत्री सुदर्शन भगत ने कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत को 9459 मतों से पराजित किया। वह सुखदेव भगत से मतगणना के दौरान लंबे समय तक पीछे चल रहे थे।
दूसरी तरफ, खूंटी से भाजपा के उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने मतगणना के अंतिम कुछ चरणों में कांग्रेस के कालीचरण मुंडा को मात्र 1098 मतों के अंतर से पराजित किया जिसके चलते कांग्रेस यहां से पुनर्गणना की मांग कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी एवं सिंहभूम से कांग्रेस उम्मीदवार गीता कोड़ा ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं निवर्तमान सांसद लक्ष्मण गिलुआ को 72,845 मतों से पराजित कर भाजपा को आश्चर्यचकित कर दिया।
(भाषा)