यहां कांग्रेस को चाहिए सिर्फ जीत, बीजेपी कब्जा खाली करने के मूड में नहीं

 कानपुर लोकसभा सीट पर सोमवार को होने वाले मतदान में 16 लाख से अधिक मतदाता हैं जहां मुख्य रूप से मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है। कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल इस सीट पर फिर से जीत दर्ज करने की कोशिश कर रहे हैं। वह 2014 के चुनाव में बीजेपी के मुरली मनोहर जोशी से हार गये थे।

Update: 2019-04-28 14:59 GMT

कानपुर : कानपुर लोकसभा सीट पर सोमवार को होने वाले मतदान में 16 लाख से अधिक मतदाता हैं जहां मुख्य रूप से मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है। कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल इस सीट पर फिर से जीत दर्ज करने की कोशिश कर रहे हैं। वह 2014 के चुनाव में बीजेपी के मुरली मनोहर जोशी से हार गये थे। इस बार बीजेपी ने सत्यदेव पचौरी को प्रत्याशी बनाया है। आपको बता दें, जोशी ने 2014 में जायसवाल को 2,22,946 वोटों से हराया था।

पचौरी ने दावा किया कि इस बार बड़ा मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा है, स्थानीय मुद्दे नहीं।

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योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री पचौरी ने दावा किया कि जोशी के कार्यकाल में बहुत काम हुआ है और अगर इस बार वह सांसद चुने जाते हैं तो एक साल के अंदर सीओडी फ्लाईओवर का काम पूरा कराएंगे। सपा के रामकुमार गिनती में भी नहीं हैं।

लोकसभा के लिए पहली बार वोट डालने वाले मतदाता रवि कुमार ने कहा, मैं इस समय संशय में हूं किसका समर्थन करूं। मुझे पता है कि नोटा का बटन दबाकर सभी उम्मीदवारों को नकारा जा सकता है।

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फल विक्रेता राम शंकर को पता है कि वोट किसे देना है लेकिन उसे नोटा की कोई जानकारी नहीं है।

ऑटो चालक रमेश कपूर कहते हैं, जोशी जी ने कुछ भी नहीं किया वो सिर्फ हमारे वोट लेने आए थे।

शिक्षक आरुही कहती हैं, मतदान हमारा अधिकार है वो हम करेंगे बाकी नेताओं से हमें कोई उम्मीद नहीं है।

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