...और अब लगेगी बसपा सुप्रीमो मायावती की जनसभाओं पर रोक!

भारतीय जनता पार्टी ने बसपा सुप्रीमो मायावती की शिकायत चुनाव आयोग से करते हुए उनकी रैली व सभाओं पर प्रतिबंध की मांग की। भाजपा प्रत्याशी को धमकाने और भाजपा में आतंकवादी भरे होने की बात करने वाली मायावती की पार्टी की मान्यता निरस्त करने की भी मांग की।

Update: 2019-05-03 15:18 GMT

लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने बसपा सुप्रीमो मायावती की शिकायत चुनाव आयोग से करते हुए उनकी रैली व सभाओं पर प्रतिबंध की मांग की। भाजपा प्रत्याशी को धमकाने और भाजपा में आतंकवादी भरे होने की बात करने वाली मायावती की पार्टी की मान्यता निरस्त करने की भी मांग की।

प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर एवं प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष लिखित शिकायत करते हुए कहा कि मायावती मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद जैसे आतंक फैलाने वालों का संरक्षण करती रही है और प्रदेश में तमाम गुण्डे, माफियाओं के साथ ही आतंक का पर्याय बने अपराधी हाथी की सवारी कर भी चुके है और हाथी पर सवार भी है।

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भाजपा ने चुनाव आयोग में शिकायत करते हुए कहा कि मायावती द्वारा यह कहना कि भाजपा में आतंकवादी भरे हुए है तथा भाजपा प्रत्याशी को आतंकवादी व उसे देख लेने की धमकी देना आदर्श आचार संहिता के खिलाफ भी है और लोकतंत्र के विरूद्ध भी। मायावती जी पर कठोरत्त कार्यवाही आवश्यक है। चुनाव आयोग में शिकायत करते समय भाजपा चुनाव आयोग संपर्क विभाग के प्रदेश संयोजक अखिलेश कुमार अवस्थी भी साथ रहे।

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राठौर ने मायावती के बयान की सीडी और लिखित में बयान की प्रति चुनाव आयोग को सौंपते हुए कहा कि मायावती की सरकार में सत्ता संरक्षित अपराध और सत्ता संरक्षित भ्रष्टाचार का जन्म हुआ। प्रदेश के सारे गुण्डे, माफिया, अपराधियों को मायावती का संरक्षण मिला और आज माफियाओं को संरक्षण देने वाली वही मायावती भाजपा पर आरोप लगा रही है। चार चरणों के बाद आयी ग्राउण्ड रिपोर्ट यह साबित कर दिया है 2014 की तरह ही 2019 में बसपा का कुल जोड़ शून्य ही होगा और यही मायावती की बौखलाहट भी है।

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