ब्यूरो
सुल्तानपुर। लोकसभा चुनाव में सुल्तानपुर संसदीय सीट से भाजपा ने मेनका गांधी को उतारा है। कांग्रेस से राज्यसभा सांसद डा. संजय सिंह को तथा सपा-बसपा गठबंधन की ओर से बसपा के चन्द्रभद्र सिंह सोनू मैदान में हैं। दिलचस्प यह है कि सुल्तानपुर के मतदाताओं ने कभी किसी महिला को संसद नहीं भेजा है। इस लोकसभा सीट पर अब तक जिन पार्टियों ने महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा उन्हें शिकस्त ही खानी पड़ी। राजनीतिक दलों ने जिस किसी महिला यहां खड़ा किया उनके सबके रिश्ते राजनीतिक घरानों से ही जुड़े थे। सुल्तानपुर की किसी स्थानीय महिला को किसी पार्टी ने कभी टिकट नहीं दिया।
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1998 में समाजवादी पार्टी ने रीता बहुगुणा जोशी को प्रत्याशी बनाया था। उस समय भाजपा के डी.वी. राय ने उनको शिकस्त दी थी।
1999 के चुनाव में कांग्रेस ने गांधी परिवार की करीबी दीपा कौल को प्रत्याशी बनाया था। दीपा कौल को चौथे स्थान पर ही संतोष करना पड़ा था। इस चुनाव में बसपा के जय भद्रसिंह जीते थे।
2004 में भारतीय जनता पार्टी ने डॉ. वीणा पांडे को प्रत्याशी बनाया था। इस चुनाव में वह चौथे स्थान पर रही थीं जबकि बसपा के मोहम्मद ताहिर खान विजयी हुए थे।
2014 के लोकसभा चुनाव में डॉ. संजय सिंह की पत्नी डॉ. अमिता सिंह चुनाव मैदान में थीं। इस चुनाव में भाजपा के वरुण गांधी विजय हुए तथा अमिता सिंह चौथे स्थान पर रहीं थीं।