बिहार के चुनावी रण में इस बार कई 'बड़े नेताओं' का हारना तय

इस लोकसभा चुनाव में दलों के लिए हर एक सीट जरुरी है। इसी नीति पर काम करते हुए बिहार में कई राजनीतिक दलों के अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष मैदान में हैं। परिणामों के बाद इन नेताओं के साथ ही इनके दलों का भविष्य भी तय होगा।

Update: 2019-04-14 06:21 GMT

पटना : इस लोकसभा चुनाव में दलों के लिए हर एक सीट जरुरी है। इसी नीति पर काम करते हुए बिहार में कई राजनीतिक दलों के अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष मैदान में हैं। परिणामों के बाद इन नेताओं के साथ ही इनके दलों का भविष्य भी तय होगा।

कौन कहां से मैदान में

बीजेपी बिहार अध्यक्ष और निवर्तमान सांसद नित्यानंद राय उजियारपुर से मैदान में हैं। इनका मुकाबला राष्ट्रीय लोक समता पार्टी चीफ उपेंद्र कुशवाहा से है।

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हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष पूर्व सीएम जीतन राम मांझी गया (सुरक्षित) सीट से मैदान में हैं। मुकाबला सत्ताधारी जद (यू) के विजय कुमार मांझी से है। गया में मतदान संपन्न हो चुका है।

विकासशील इंसान पार्टी अध्यक्ष मुकेश सहनी खगड़िया सीट से मैदान में हैं। मुकाबला लोक जनशक्ति पार्टी के निवर्तमान सांसद चौधरी महबूब अली कैसर से है।

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जद (यू) के बागी और लोकतांत्रिक जनता दल सुप्रीमो शरद यादव मधेपुरा से मैदान में हैं। शरद राजद के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ रहे हैं। मुकाबला जन अधिकार पार्टी चीफ पप्पू यादव से है। शरद पिछला चुनाव पप्पू यादव से हार गए थे।

राज्य में लोकसभा चुनाव के सभी चरणों में मतदान होना है।

 

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