नरेंद्र मोदी कन्नौज में रैली कर सुब्रत पाठक के पक्ष में बनाएंगे माहौल,सपा के गढ़ में 21 वर्षो से नहीं खिला कमल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ये रैली सपा-बसपा गठबंधन की रैली के बाद होगी। प्रधानमंत्री बीजेपी कैंडिडेट सुब्रत पाठक के पक्ष में माहौल तैयार करेंगे। अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव कन्नौज से सांसद है। एक बार फिर से डिंपल यादव और सुब्रत पाठक चुनावी मैदान में आमने सामने है।

Update:2019-04-12 12:49 IST

कानपुर: समाजवादी पार्टी के सबसे मजबूत किले में बीते 21 वर्षो से कमल नही खिला है। सपा के इस मजबूत किले को भेदने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्नौज में विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ये रैली सपा-बसपा गठबंधन की रैली के बाद होगी। प्रधानमंत्री बीजेपी कैंडिडेट सुब्रत पाठक के पक्ष में माहौल तैयार करेंगे। अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव कन्नौज से सांसद है। एक बार फिर से डिंपल यादव और सुब्रत पाठक चुनावी मैदान में आमने सामने है।

2014 के लोकसभा चुनाव में डिंपल यादव की जीत का अंतर महज 13,907 वोटों का था। इन्ही आकड़ो को आधार बनाकर बीजेपी चुनावी रणनीति तैयार कर रही है।

प्रधानमंत्री का कानपुर बुंदेलखंड का तूफानी दौरा शुरू होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 27 अप्रैल को कन्नौज और हरदोई में रैली करेंगे। बीजेपी ने कन्नौज लोकसभा सीट से एक फिर से सुब्रत पाठक पर भरोसा जताया है और मैदान में उतारा है। कन्नौज लोकसभा सीट पर 25 अप्रैल को बसपा सुप्रीमों मायावती और अखिलेश यादव की संयुक्त रैली होनी है।

सपा बसपा गठबंधन की रैली के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र रैली करेंगे। वहीँ 16 अप्रैल को योगी आदित्य नाथ बिधुना में जनसभा को संबोधित करेंगे। कन्नौज में चौथे चरण में 29 अप्रैल को वोटिंग होनी है।

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कन्नौज लोकसभा सीट पर 1996 में कमल खिला था चंद्र भूषण सिंह सांसद बने थे। इसके बाद कन्नौज में कभी न तो कमल खिला और नही कांग्रेस को जीत नसीब हुई।

2017 के विधानसभा चुनाव में कन्नौज लोकसभा क्षेत्र की तिर्वा विधानसभा सीट से बीजेपी के कैलाश राजपूत विधायक है ,छीबरामऊ विधानसभा सीट से अर्चना पाण्डेय विधायक है जो प्रदेश सरकार में मंत्री है ,कन्नौज सदर विधानसभा सीट से सपा के अनिल कुमार दोहरे विधायक है ,जनपद औरया की बिधूना विधानसभा सीट से बीजेपी के विनय शाक्य विधायक है , जनपद कानपुर देहात के रसूलाबाद से निर्मला शंखवार विधायक है।

बीजेपी के सभी विधायकों की अपनी-अपनी विधानसभाओं में जबर्दस्त पकड़ है। बीजेपी इसी मजबूत कड़ी को और भी मजबूत बनाकर समाजवादी पार्टी को घेरने के प्रयास में जुटी है।

सपा-बसपा गठबंधन होने के बाद समाजवादी पार्टी और भी मजबूत स्थिति पर पहुंच गई। बीजेपी राह इनती आसान नही है लेकिन बीजेपी यह सीट आसानी से जाने भी नहीं देना चाहती है। बीजेपी प्रत्याशी सुब्रत पाठक को पूरा भरोसा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक रैली कन्नौज का माहौल बदल सकती है।

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उनका मानना है कि कन्नौज का युवा और ब्राह्मण वर्ग बीजेपी के साथ है। युवा ही बीजेपी की ताकत है और इसी ताकत के बल पर 2019 के लोकसभा चुनाव का परिणाम हैरान करने वाला होगा।

2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर भी सपा से कन्नौज की सीट छीन नही पाई थी। डिम्पल यादव ने बीजेपी के सुब्रत पाठक को 13,907 वोटों से हराया था। सपा की डिम्पल यादव को 4,89,164 वोट मिले थे। बीजेपी के सुब्रत पाठक को 4,69,257 हांसिल हुए थे।

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