मुलायम के परिवार में कलह से सैफई के लोग चिंतित, विशेष पूजा करने की तैयारी
सैफईः इटावा के सैफई में जिसे देखो, आजकल चेहरे पर चिंता और तनाव लिए मिलता है। वजह है सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के परिवार में कलह। सैफई का नाम मुलायम और उनके परिवार की बदौलत है और यहां के लोग इस परिवार के सदस्यों को अपना मुखिया मानते हैं। ऐसे में परिवार में कलह खत्म करने के लिए सैफई में आज लोग विशेष पूजा और हवन की तैयारी कर रहे हैं।
क्या कहते हैं सैफईवाले?
सैफई के लोग मुलायम को या तो धरतीपुत्र या फिर नेताजी कहते हैं। सीएम को यहां अखिलेश भैया बोला जाता है। जबकि, शिवपाल यादव को चाचा के नाम पर पहचाना जाता है। इन तीनों को ही सैफई के लोग अपना सबकुछ मानते हैं। जबसे अखिलेश और शिवपाल के बीच तनातनी की खबरें आनी शुरू हुई हैं, सैफईवाले परेशान हैं। ज्यादातर का मानना है कि किसी की अपशकुनी छाया मुलायम के परिवार पर पड़ी है।
मुलायम का है भगवान जैसा दर्जा
बता दें कि मुलायम सिंह ने 1967 में राजनीति में कदम रखा था, जब वह संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर विधायक बने थे। तभी से लगातार सैफई और यहां के लोगों की बेहतरी के लिए वो कुछ न कुछ करते रहे हैं। जाहिर है, लोग अब मुलायम के परिवार में मची रार पर चिंता जता रहे हैं। ऐसा शायद ही कोई घर मिले, जहां मुलायम के परिवार की कलह को लेकर चर्चा न होती दिखती हो।
सड़कें हो गई थीं सूनी
सोमवार को जब पार्टी के नेताओं की बैठक में मुलायम ने बोलना शुरू किया तो सैफई की हर सड़क पर सन्नाटा पसरा था। लोग टीवी सेटों से चिपककर अपने मुखिया की बात सुन रहे थे। फिर अखिलेश और शिवपाल के बीच जो कुछ भी मंच पर हुआ, उसे देखकर लोग हैरत में थे। लोग बताते हैं कि एक दौर था, जब लोहिया के चेले मुलायम या तो पैदल या साइकिल पर गांवों में जाते थे। फिर सपा सुप्रीमो ने 20 हजार रुपए में जीप खरीदी थी। उस जीप पर गरीबों को बिठाकर उनकी मदद करने के लिए चल देने को वो हमेशा तैयार रहते थे। जाहिर तौर पर सैफई को चिंतित तो होना ही है।