पहले दौर के मतदान में नहीं हुई किन्नर मतदाताओं की संतोषजनक भागीदारी
चुनाव में किन्नर (थर्ड जेंडर) मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के चुनाव आयोग के भरपूर प्रयासों के बावजूद लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में इस वर्ग की भागीदारी महज 17 प्रतिशत ही दर्ज की जा सकी है।
नई दिल्ली: चुनाव में किन्नर (थर्ड जेंडर) मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के चुनाव आयोग के भरपूर प्रयासों के बावजूद लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में इस वर्ग की भागीदारी महज 17 प्रतिशत ही दर्ज की जा सकी है।
पहले दौर में 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों पर 11 अप्रैल को हुये मतदान में किन्नर मतदाताओं की जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों में भागीदारी नगण्य रही। आयोग के आंकड़ों के अनुसार इस मामले में अव्वल रहे बिहार के 70 फीसदी किन्नर मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया।
उल्लेखनीय है कि 2011 की जनगणना के मुताबिक पूरे देश में थर्ड जेंडर आबादी 4.87 लाख है। इनमें से आयोग की लोकसभा चुनाव 2019 की मतदाता सूची में लगभग 40 हजार (10 प्रतिशत) पंजीकृत मतदाता के रूप में दर्ज हैं।
आयोग ने हालांकि किन्नरों के महज 10 प्रतिशत मतदाता पंजीकरण को कम मानते हुये चुनाव से पहले इनके पंजीकरण का स्तर बढ़ाने के लिये काफी प्रयास किये थे। यहां तक कि आयोग ने किन्नर समुदाय के मशहूर मॉडल बिशेष हुरैन को ब्रांड एंबेसडर भी बनाया ताकि इस वर्ग के लोग खुद को पंजीकृत मतदाता के रूप में मतदाता सूची में शामिल कर सकें।
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इसके बाद मुंबई और उत्तराखंड में भी राज्य निर्वाचन कर्यालय ने थर्ड जेंडर की मतदान में भागीदारी बढ़ाने के प्रयासों के तहत किन्नरों को राज्य का ब्रांड एंबेसडर बनाया था।
मतदान के आंकड़ों के मुताबिक पहले चरण में 91 सीटों पर पंजीकृत 7774 किन्नर मतदाताओं में से 1395 ने (17.94 प्रतिशत) ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इनमें से जम्मू कश्मीर की बारामूला और जम्मू सीट पर पंजीकृत 52 किन्नर मतदाताओं में से एक भी मतदान केन्द्र तक नहीं पहुंचा । इसी तरह सभी पूर्वोत्तर राज्यों में सिर्फ सिक्किम में पंजीकृत एक और मिजोरम में पांच में से किसी किन्नर मतदाता ने वोट डालने में रुचि नहीं दिखायी।
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इस मामले में बिहार की मतदान वाली चार सीटों पर पंजीकृत 516 किन्नर मतदाताओं में से 360 ने (70 प्रतिशत) ने मतदान में हिस्सा लिया। वहीं उत्तर प्रदेश में पहले चरण के मतदान वाली आठ सीटों पर पंजीकृत 826 किन्नर मतदाताओं में से 42 ने वोट डाले।
उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने उच्चतम न्यायालय के फैसले का अनुपालन करते हुये 2014 में पहली बार मतदाता सूची में पुरुष और महिला वर्ग के साथ तीसरी श्रेणी ‘थर्ड जेंडर’ की जोड़ी थी। लोकसभा चुनाव 2014 की मतदाता सूची में 28,527 किन्नर मतदाता पंजीकृत थे। इनमें से सिर्फ 1968 ने (6.8 प्रतिशत) मतदान किया था।
भाषा