लखनऊ। आज के समय में पीठ दर्द एक आम समस्या हो गई। पीठ दर्द की वजह से आपको जमीन पर गिरी चीजें उठाने, सीधे लेटने में और कई तरह के काम में दिक्कत होती है तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें और जल्द इसका इलाज ढूंढे क्योंकि कुछ समय बाद यह समस्या आपका जीना भी मुहाल कर सकता है। लेकिन घबराइए मत क्योंकि हम आपको बताएंगे कि कैसे आप इस बीमारी से आसानी से पीछा छुड़ा सकते हैं।
तेजी से बदलती जिंदगी ने सबकी लाइफस्टाइल बदल दी और इससे मिला पीठ का दर्द। पीठ का दर्द एक आम समस्या के रूप में देखा जाता है लेकिन शायद आप ये नहीं जानते कि अगर इसे नजरअंदाज किया जाए तो ये बड़ी मुसीबत भी बन सकता है।
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मालूम हो कि रोजमर्रा के काम गलत ढंग से करने से कमर और पीठ का दर्द होता है। एक स्टडी के मुताबिक हर चार में से एक महिला और हर दस में से एक पुरुष कमर दर्द से पीडि़त है। जब हम गलत तरीके से लेटते हैं या बैठते हैं, तो संवेदनशील नाडिय़ों और अन्य अंगों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है और बार-बार या लगातार इसके गलत प्रभाव के कारण पीठ के दर्द की शिकायत हो जाती है। पीठ का दर्द अपने आप में कोई रोग नहीं हैं, बल्कि कई रोगों या गलत आदतों से पैदा हुआ एक लक्षण मात्र है। इसलिए पीठ के दर्द को कभी भी नजर अंदाज न करें।
क्यों होता है पीठ का दर्द
- सीधे न बैठना या चलना
- जोड़ों का घिस जाना
- किसी प्रकार की चोट लगने के कारण
- अधिक बोझ पीठ पर लादकर चलना
- रीढ़ की हड्डी का खिसक जाना
- अधिक मोटापा
- कमर में मोच आ जाना, खेलकूद या यात्रा करते समय बार-बार झटके लगना
- बहुत अधिक मानसिक दबाव, तनाव, चिन्ता और थकावट। इससे पीठ की पेशियों में तनाव पैदा हो जता है जो कि पीठ दर्द का कारण बनता है
- व्यायाम की कमी के कारण
- ठीक ढंग से न सोना, फोम के गद्दे पर सोना व घंटों एक ही जगह बैठे रहना
- संतुलित भोजन के अभाव में
- आमतौर पर उम्र बढऩे के साथ शुरू होने वाले पीठ दर्द की शिकायत अब २०-४० वर्ष के उम्र में ही लोगों को होने लगी है। डॉक्टरों के अनुसार पीठ दर्द पीठ की मांसपेशियों, डिस्क और लिगमेंट्स से जुड़ी २६ हड्डियों में से किसी पर भी असर डाल सकता है।