कल तक जो आरोप थे होन लगे हैं सांच

Update:1993-04-21 15:58 IST

कल तक जो आरोप थे होन लगे हैं सांच



धीरे-धीरे बढ़ रही रिश्तों की ये आंच



रिश्तों की ये आंच, तपाती रंगकर्म को



धोखा देकर छलती जाती आज धर्म को



खुलते-खुलते खुल गया हिंसा का गठजोड़



अंडरवल्र्ड में पैठ की फिल्म जगत की होड़।

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