इंका में अब हो गया एक विभाजन तय

Update:1993-04-26 21:30 IST

इंका में अब हो गया एक विभाजन तय



अनुशासन के  नाम पर लोकतंत्र का क्षय



लोकतंत्र का क्षय नहीं यह रीति सुहाई



कर्म किसी का और सजा औरों ने पाई



वर्तमान परिवेश में जब चुनाव आसन्न



निष्कासन के  कदम से बड़े-बड़े हैं सन्न।

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