मरता मानव भूख से, पानी से बेहाल

Update:1993-05-27 22:08 IST

मरता मानव भूख से, पानी से बेहाल



सूखा राहत कोष का नेता लूटे माल



नेता लूटे माल, भर रहे अपनी झोली



निपट अराजक तत्व पा रहे चंदन रोली



राजनीति के  पटल के  बढ़ता क्रूर मजाक



कहीं कठौरा सज रहा कहीं देश दो फंाक।

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