आतंकी सैफ ने खोले हैं कई खुफिया राज तफ्तीश में कई विस्फोटों के खुलासे की उम्मीद
लखनऊ, 20 सितम्बर। हालिया लोकसभा उपचुनाव के दौरान जब भाजपा के बाहुबली उम्मीदवार रमाकांत यादव ने चुनाव जीतने के लिये नारा दिया था - ‘यूपी अब गुजरात बनेगा, आजमगढ़ शुरुआत करेगा’, तब इसे सियासी चश्मे से देखा गया था पर जैसे-जैसे देश के विभिन्न इलाकों में हुये आतंकी विस्फोटों की जांच के नतीजे सामने आ रहे हेैं। वैसे-वैसे साफ होता जा रहा है कि कभी अल्लामा शिबली नोमानी, राहुल सांकृत्यायन और कैफी आजमी की सरजमी के नाम से ख्यात आजमगढ़ अब आतंकवाद का गढ़ बन गया है। दिल्ली के हालिया सीरियल बम ब्लास्ट के सभी के सभी चारो आतंकियों का न केवल आजमगढ़ से रिश्ता है बल्कि खुफिया एजेंसियों के मुताबिक इस बम ब्लास्ट में धरे गये आतंकी मोहम्मद सैफ से हुई पूछताछ मेें कुल 12 और लोगों के जो नाम सामने आये हैं। वे भी आजमगढ़ और खासतौर से वहां के सरायमीर इलाके से ताल्लुक रखते है। इन 12 लोगों के बारे मेें तहकीकात के लिये राज्य की एजेंसी एटीएस (एंटी टेरेरिस्ट स्कवायड) और दिल्ली पुलिस ने आजमगढ़ में डेरे डाल रखा है। अगले एक-दो दिनों में बड़े खुलासे की उम्मीद खुफिया एजेंसियों को है। मनी लैंडिंग के साथ ही साथ पिछले पांच-सात सालों में रातों-रात अमीर बने लोगों पर भी गहरी नजर रखी जा रही है।
टाडा के पहले अभियुक्त अबू हाशिब, सिमी के अध्यक्ष शाहिद बद्र, गोरखपुर सीरियल ब्लास्ट से जुड़े तारिक कासिम, अहमदाबाद व जयपुर ब्लास्ट के अबू बशर सब के सब का रिश्ता आजमगढ़ से है। देश के पहले डान हाजी मस्तान और तीसरे डान अबू सलेम भी इसी इलाके के रहने वाले हैं। डान दाऊद इब्राहीम की ससुराल यहीं है। अहमदाबाद सीरियल बम ब्लास्ट के मास्टर माइंड अबू बशर का गांव बीना पार भी यहीं है। देश में आतंक के नये चेहरे के रूप में उभरे इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी आतिफ उर्फ बशीर और साजिद के यहां से रिश्ते भी किसी से छिपे नहीं हैं। अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था बृजलाल ने बताया, ‘दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़ा गया सैफ आजमगढ़ के गांव संजरपुर का है। मारे गये आतंकी आतिफ उर्फ बशीर और साजिद भी यहीं के है। आशंका है कि मौके से भाग निकलने वाले आतंकी भी इसी इलाके के होंगे।’ सूत्रों के मुताबिक, ‘‘खुफिया तफ्तीश में खुलासा हुआ है कि बशीर सिमी और लश्करे-तैयबा के नये चेहरे इंडियन मुजाहिदीन का तंजीमी नाम है।’’ सीरियल ब्लास्ट में गिरफ्तार किये गये सैफ से पूछताछ में उत्तर प्रदेश की अदालतों-बनारस, फैजाबाद और लखनऊ में बीते 23 नवम्बर को हुये सीरियल बम ब्लास्ट के बारे में कई चौंकाने वाली जानकारियां हाथ लगी हैं। इन विस्फोटों के लिये गिरफ्तार किये गये डा. तारिक कासमी और अहमदाबाद ब्लास्ट के मास्टर माइंड अबू बशर के रिश्तों का भी खुलासा हुआ है। गौरतलब है कि हैदराबाद ब्लास्ट के जिम्मेदार शहाबुद्दीन ने भी अबू बशर का नाम लिया था। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक आजमगढ़ को सिमी और इंडियन मुजाहिदीन ने आतंक की नर्सरी के रूप में विकसित करने की मुहिम चला रखी है। खुफिया एजेेंसियों को यह पता चला है कि आजमगढ़ से विदेश में सबसे अधिक कालें कर गयी हैं। सैफ से हुई पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आतंकियों की नजर में उत्तर प्रदेश सबसे साफ्ट टारगेट है। गौरतलब है कि 1951 से लेकर अब तक यहां 51 बड़े हमले हुये जिसमें 40 ब्लास्ट हैं। इन हमलों में अब तक 150 जाने जा चुकी हैं। हालांकि सैफ से हुई पूछताछ के इनपुट दिल्ली पुलिस एटीएस या उत्तर प्रदेश पुलिस को उस भरोसे से देने का काम नहीं कर रही है, जिसकी इन्हें उम्मीद थी।
टाडा के पहले अभियुक्त अबू हाशिब, सिमी के अध्यक्ष शाहिद बद्र, गोरखपुर सीरियल ब्लास्ट से जुड़े तारिक कासिम, अहमदाबाद व जयपुर ब्लास्ट के अबू बशर सब के सब का रिश्ता आजमगढ़ से है। देश के पहले डान हाजी मस्तान और तीसरे डान अबू सलेम भी इसी इलाके के रहने वाले हैं। डान दाऊद इब्राहीम की ससुराल यहीं है। अहमदाबाद सीरियल बम ब्लास्ट के मास्टर माइंड अबू बशर का गांव बीना पार भी यहीं है। देश में आतंक के नये चेहरे के रूप में उभरे इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी आतिफ उर्फ बशीर और साजिद के यहां से रिश्ते भी किसी से छिपे नहीं हैं। अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था बृजलाल ने बताया, ‘दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़ा गया सैफ आजमगढ़ के गांव संजरपुर का है। मारे गये आतंकी आतिफ उर्फ बशीर और साजिद भी यहीं के है। आशंका है कि मौके से भाग निकलने वाले आतंकी भी इसी इलाके के होंगे।’ सूत्रों के मुताबिक, ‘‘खुफिया तफ्तीश में खुलासा हुआ है कि बशीर सिमी और लश्करे-तैयबा के नये चेहरे इंडियन मुजाहिदीन का तंजीमी नाम है।’’ सीरियल ब्लास्ट में गिरफ्तार किये गये सैफ से पूछताछ में उत्तर प्रदेश की अदालतों-बनारस, फैजाबाद और लखनऊ में बीते 23 नवम्बर को हुये सीरियल बम ब्लास्ट के बारे में कई चौंकाने वाली जानकारियां हाथ लगी हैं। इन विस्फोटों के लिये गिरफ्तार किये गये डा. तारिक कासमी और अहमदाबाद ब्लास्ट के मास्टर माइंड अबू बशर के रिश्तों का भी खुलासा हुआ है। गौरतलब है कि हैदराबाद ब्लास्ट के जिम्मेदार शहाबुद्दीन ने भी अबू बशर का नाम लिया था। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक आजमगढ़ को सिमी और इंडियन मुजाहिदीन ने आतंक की नर्सरी के रूप में विकसित करने की मुहिम चला रखी है। खुफिया एजेेंसियों को यह पता चला है कि आजमगढ़ से विदेश में सबसे अधिक कालें कर गयी हैं। सैफ से हुई पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आतंकियों की नजर में उत्तर प्रदेश सबसे साफ्ट टारगेट है। गौरतलब है कि 1951 से लेकर अब तक यहां 51 बड़े हमले हुये जिसमें 40 ब्लास्ट हैं। इन हमलों में अब तक 150 जाने जा चुकी हैं। हालांकि सैफ से हुई पूछताछ के इनपुट दिल्ली पुलिस एटीएस या उत्तर प्रदेश पुलिस को उस भरोसे से देने का काम नहीं कर रही है, जिसकी इन्हें उम्मीद थी।