अनूप ओझा
सावन का नाम सुनते ही शरीर के रोम रोम में रिमझिम रिमझिम होने लगती है।अपने देश में सावन का महीना पवित्र और खुशियों भरा माना जाता है। प्रकृति का यह अनुपम उपहार हर आयुवर्ग के लोगों के लिए खास महत्व रखता है। इस माह में शिवालयों में बम भोले की गूंज पूरे देश में सुनायी पड़ती है।विशेष पौराणिक महत्व रखने वाले इस माह में हरियाली और बारिश की फुहारे जीवन के उस गीत को गाती हैं जो उत्साह और उल्लास की जीती जागती मिसाल है।
यह भी पढ़ें .....19 साल बाद बन रहा सावन में दुर्लभ संयोग, करें ये उपाय तो होगा आपका उद्धार
इस बार सावन को आने में थोड़ा ज्यादा इंतजार करना पड़ रहा है। अधिमास के कारण इस बार सावन 18 दिन बिलंब से 28 जुलाई से शुरू होगा लेकिन इस बार पूरे तीस दिन तक चलने वाले इस माह की तैयारियां लोग अभी से करने लगे हैं। इस बार सावन का पहला सोमवार 30 जुलाई को पड़ेगा।आज हम आपको बताने जा रहें है इस माह में शिव की भक्ति के लिए क्या खास तैयारियां आवश्यक है।
आप अपने कैलेण्डर में श्रावण मास में पड़ने वाली महत्वपूर्ण तिथियों पर मार्कर से निशान लगा दें। इससे आप को बार बार यह भूलना नहीं पड़ेगा कि कौन पूजा के लिए कब तैयारी करनी है।
यह भी पढ़ें .....बाल दिवस: लौटा दो वो बचपन का सावन, वो कागज़ की कश्ती वो बारिश का पानी
28 जुलाई श्रावण मास शुरू, पहला दिन,30 सावन का पहला सोमवार व्रत,06 अगस्त सावन सोमवार व्रत,11 अगस्त हरियाली अमावस्या,13 अगस्त सोमवार व्रत और हरियाली तीज,20 अगस्त सोमवार व्रत,26 अगस्त सावन माह का अंतिम दिन।
पूजन सामग्री की सूची बनाएं
इस माह में शिव की खास पूजा के लिए आवश्यक पूजन सामग्री की पर्याप्त मात्रा पहले से सुरक्षित एक स्थन पर रख लें। कुछ पूजन सामग्री एक ही बार ले कर रख सकतें है, कुछ सूख जाएगी इस लिए उन्हें पूजन के दिन प्रात:काल ले आएं।
यह भी पढ़ें .....सावन में सौभाग्य बढ़ाता है हरा रंग, पति-पत्नी में बढ़ता है प्यार, मिटते हैं गम
विल्व पत्र ,कलावा,दूध,दही,घी,मधु,शर्करा,चन्दन इत्र,छाछ,गन्ने का रस,वस्त्र ,इच्छानुसार,यज्ञोपवीत उपवस्त्र ,गन्ध,सुगन्धित द्रव्य,अक्षत,पुष्पमाला,पुष्प,नानापरिमलद्रव्य ,धूप,दीप,नैवेद्य,चन्दन की लकडी,ऋतुफल,ताम्बूल-पुंगीफल,आरती के लिये कपूर।
पूजन सामग्री को विधिवत साफ सफायी कर ऐसे स्थन पर रखें जहां छोटे बच्चे उस न पा सकें। चूहे, छिपकली,झींगुर, कीट पतंगों से बचा कर सुरक्षित स्थान पर ही सामग्री को रखें।
यह भी पढ़ें .....आया है सखी मनभावन सावन, महका दें मेहंदी की हथेलियों से घर-आंगन
कौन कौन सी पूजा करनी है उसकी सूची बानाएं
श्रावण में विशेष पूजा के लिए और प्रतिदिन की पूजा के लिए अलग अलग तरीक से आपको तैयारी करनी पड़ेगी। कुछ पूजा में अधिक समय लगता है पहले से ही उसके लिए आपको समय निकालना पड़ेगा। इस साल का सावन का महीना बहुत खास रहने वाला है क्योंकि 19 साल बाद एक दुर्लभ संयोग बना है। सोमवार व्रत, रूद्राभिषेक,गौरी पूजन,शिवलिंग पूजन और विशेष पूजा इस माह में होती है। कुछ लोगों को उनके राशियों के अनुसार भी व्रत और पूजन बताया जाता है। ग्रह दोषों के निवारण हेतु भी पूजन करने के लिए यह माह विशेष महत्व रखता है।
सावन स्पेशल: मुगलकालीन इन मंदिरों में आज भी होता है भोलेनाथ का चमत्कार
भजन पूजन में सम्मिलित होने वाले शिव भक्तों को करें निमंत्रित
शिव की भक्त आपने अराध्य को रिझाने केक लिए नाच गा कर प्रभु को प्रसन्न करतें है। ऐसे में अगर आपके आस पास शिवभक्त रहतें है तो पूजन में उन्हें सम्मिलित कर सकतें है। इसके लिए पहले से ही सूची बनाकर उन्हें आमंत्रित कर दें , हो सकता है इस पवित्र माह में दर्शन पूजन का फल प्राप्त करने के लिए वो कहीं अन्यत्र जाने का कार्यक्रम बना चुके हों ऐसे में में वो आपके साथ पूजन में भाग लेने के लिए अपना टाइम मैनेजमेंट कर सकेंगे।