मातृदिवस माँ को समर्पित
माँ छोड़कर "खुदा" को, तेरी "शरण" में आया; पावन "चरण" को छूके, सारे जहाँ को पाया! संसार को मै "देखा", जाना, "समझ" गया पर! कमजोर थी समझ माँ, तुझको समझ न पाया!
मातृदिवस माँ को समर्पित
माँ छोड़कर "खुदा" को, तेरी "शरण"
में आया;
पावन "चरण" को छूके, सारे जहाँ
को पाया!
संसार को मै "देखा", जाना, "समझ"
गया पर!
कमजोर थी समझ माँ,तुझको समझ
न पाया!