UP Politics: जब डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी ने उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने से मना कर दिया था
UP Politics: भाजपा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व पार्टी हाईकमान के बीच तल्ख रिश्तों की कहानी नई नहीं है।
UP Politics: बात साल 1999 के अक्टूबर के अंत की है। जब कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी। अटल जी व कल्याण सिंह के बीच के रिश्तों में बेहद खटास समा गयी थी। अटल बिहारी वाजपेयी जी कल्याण सिंह को हटाना चाहते थे। पर कल्याण सिंह की जिद थी कि वह राजनाथ सिंह को अपने उत्तराधिकारी के तौर पर कुबूल नहीं करेंगे। उस समय अटल बिहारी वाजपेयी डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बना कर भेजना चाहते थे। पर डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी ने उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनना स्वीकार नहीं किया।
भाजपा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व पार्टी हाईकमान के बीच तल्ख रिश्तों की कहानी नई नहीं है। जब अटल, आडवाणी व जोशी की भाजपा हुआ करती थी। तब उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह और अटल बिहारी वाजपेयी के रिश्तों में तल्खी सतह पर आ गयी थी। लिहाजा अटल बिहारी वाजपेयी ने कल्याण सिंह के बढ़ते कद को कम करने के लिए उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटा कर केंद्र में कृषि मंत्री बनाने तक का प्रस्ताव दिया था। अटल जी कल्याण सिंह के बाद राजनाथ सिंह को उत्तर प्रदेश का नया मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे। पर कल्याण सिंह अड़े थे कि यदि उनके उत्तराधिकारी के तौर पर राजनाथ सिंह को प्रस्तुत किया गया तो वह पद नहीं छोड़ेंगे। हाईकमान को पार्टी टूट जाने का भय सताने लगा।
ऐसे में अटल बिहारी वाजपेयी ने डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी को बुलाकर कहा कि वह उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री बनने का मन बनायें। तैयारी करें। पर डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी ने हाजिर जबाबी दिखाते हुए कहा, " क्या मैं आपको आपकी कैबिनेट में अच्छा नहीं लगता। कहें तो इस्तीफा दे दूं।" अटल जी ने सारी स्थिति से डॉक्टर जोशी को अवगत कराया। इस समस्या का हल ढूंढने का जिम्मा डॉक्टर जोशी पर डाल दिया। तब डॉक्टर जोशी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अपने सहपाठी रह चुके राम प्रकाश गुप्ता का नाम सुझाया। गुप्ता जी संविद सरकार में उपमुख्यमंत्री रह चुके थे। पर भाजपा की सियासत में एकदम हाशिये पर थे। पर डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के लिए सुझाये गये राम प्रकाश गुप्ता जी के नाम पर कल्याण सिंह को भी कोई आपत्ति नहीं हुई। राम प्रकाश गुप्ता जी के बाद राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं)