Congress President Election: कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में नया मोड़, दिग्विजय सिंह हैं तैयार

Congress President Election: दिग्विजय सिंह ने एक न्यूज़ चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि आप मेरे नाम को क्यों खारिज कर रहे हैं

Report :  Anshuman Tiwari
Update:2022-09-21 19:02 IST

Congress president election New twist in election Digvijay Singh ready contest (Social Media)

Congress President Election 2022: कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए सियासी गतिविधियां काफी तेज हो गई हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली पहुंच गए हैं। गहलोत का नामांकन करना तय माना जा रहा है। हालांकि वे अभी भी राहुल गांधी को मनाने की बात कह रहे हैं। शशि थरूर की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद उनके भी चुनावी अखाड़े में उतरने की चर्चाएं जोरों पर हैं। अब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के एक बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में नया ट्वीस्ट आ गया है।

दिग्विजय सिंह ने एक न्यूज़ चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि आप मेरे नाम को क्यों खारिज कर रहे हैं। दिग्विजय के इस बयान के बाद उनके भी कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के अखाड़े में कूदने की संभावना जताई जा रही है। दिग्विजय ने कहा कि 30 सितंबर की शाम तक तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाएगी। 30 सितंबर को ही कांग्रेस अध्यक्ष पद के नामांकन की आखिरी तारीख है।

गहलोत को छोड़ना होगा सीएम का पद

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद के नामांकन के लिए तो तैयार हैं मगर वे राजस्थान के मुख्यमंत्री का पद नहीं छोड़ना चाहते। उनकी दलील है कि एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत नॉमिनेटेड सदस्यों के लिए है। चुनाव लड़कर अध्यक्ष बनने पर यह नियम लागू नहीं होता। दूसरी ओर दिग्विजय सिंह का स्पष्ट तौर पर कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष बनने की स्थिति में अशोक गहलोत को राजस्थान के मुख्यमंत्री का पद छोड़ना होगा। दिग्विजय ने यहां तक कह डाला कि गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर सचिन पायलट की राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में ताजपोशी की जा सकती है।

दिग्विजय ने उदयपुर में हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर की याद दिलाते हुए कहा कि शिविर में फैसला लिया गया था कि एक व्यक्ति के पास एक ही पद रहेगा। इस फैसले के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष बनने की स्थिति में गहलोत को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना होगा। उन्होंने इस संबंध में मध्यप्रदेश का उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ को भी एक पद छोड़ना पड़ा था। इसी तरह गहलोत को भी एक पद छोड़ना होगा।

गांधी परिवार का कोई भी सदस्य रेस में नहीं 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस बार कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में गांधी परिवार का कोई भी सदस्य नहीं है। कांग्रेस का जो भी नेता अध्यक्ष पद के चुनाव में मैदान में उतरना चाहता है तो उसे इस बात का पूरी तरह हक है। राहुल गांधी का नाम लिए बिना दिग्विजय सिंह ने कहा कि यदि कोई चुनाव लड़ने का इच्छुक नहीं है तो उस पर दबाव नहीं डाला जा सकता। 

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी एक बार जो फैसला ले लेते हैं तो फिर वे उसमें कोई बदलाव नहीं करते। उन्होंने कहा कि पहले भी गांधी परिवार से बाहर के लोग कांग्रेस के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इसलिए इस मुद्दे को तूल देना उचित नहीं है। हम लोग उस समय भी कांग्रेस के लिए सक्रिय थे जब अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी नरसिम्हा राव संभाल रहे थे। राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से सौंपे गए काम को पूरी निष्ठा के साथ करेंगे। उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि वे पूरे देश को जोड़ने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

गहलोत समर्थक केजरीवाल मॉडल के पक्ष में 

दिग्विजय सिंह का कहना है कि गहलोत को एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के तहत मुख्यमंत्री का पद छोड़ना होगा जबकि गहलोत किसी भी सूरत में मुख्यमंत्री का पद छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। राजस्थान में उनके समर्थकों ने भी इस संबंध में मुहिम छेड़ रखी है। वे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का उदाहरण दे रहे हैं। उनका कहना है कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद के साथ ही आप के मुखिया की जिम्मेदारी भी संभाल रखी है। इसी तरह गहलोत भी कांग्रेस अध्यक्ष के साथ मुख्यमंत्री पद की कमान संभाले रहेंगे। 

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