बेहद नाजुक दौर से गुजर रहे अरुण जेटली, सेहत में नहीं हो रहा कोई सुधार
अरुण जेटली राजनेता होने के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील भी हैं। मोदी सरकार-1 वह फ़ाइनेंस मिनिस्टरी संभाल चुके हैं। हालांकि, तबीयत खराब होने की वजह से जेटली ने इस साल हुए लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। इसके लिए अरुण जेटली ने पीएम मोदी को पत्र लिखा था।
नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती हैं, जहां उनकी हालत दिन-पर-दिन और नाजुक होती जा रही है। वैसे AIIMS ने 10 अगस्त के बाद से जेटली का मेडिकल बुलेटिन नहीं दिया है। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली 9 अगस्त से AIIMS में भर्ती हैं क्योंकि उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।
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जेटली की हालत लगातार बिगड़ रही है, जिसकी वजह से उन्हें वेंटिलेटर से हटाकर ईसीएमओ यानी एक्सट्राकॉर्पोरियल मेंब्रेन ऑक्सीजिनेशन पर शिफ्ट कर दिया गया है। उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं दिख रहा है, जिसकी वजह से अब इलाज के साथ दुआओं का सिलसिला भी शुरू हो गया है। कई जगह जेटली की सेहत के लिए हवन किया जा रहा है।
AIIMS में नेताओं का लगा तांता
बता दें, पूर्व वित्त मंत्री का हालचाल लेने के लिए AIIMS में नेताओं का तांता लगा हुआ है। गृह मंत्री अमित शाह जेटली का हालचाल जानने के लिए AIIMS पहुंचे थे। शनिवार सुबह यूपी की पूर्व सीएम और बसपा सुप्रीमो मायावती भी उनसे मिलने पहुंचीं थी। शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने AIIMS जाकर अरुण जेटली का हाल जाना।
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शुक्रवार शाम यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी AIIMS पहुंचकर जेटली से परिवार वालों से मुलाकात की। इसके अलावा अब रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी हॉस्पिटल गए थे, जहां सिंह ने अरुण जेटली का हालचाल लिया। इसके अलावा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी और राम विलास पासवान ने भी हॉस्पिटल जाकर जेटली का हाल जाना।
क्या होता है ईसीएमओ?
किसी भी मरीज को ईसीएमओ पर तभी रखा जाता है जब उसके दिल और फेफड़े सही तरीके से काम नहीं करते हैं और वेंटीलेटर से कोई फायदा नहीं होता है। ईसीएमओ की मदद से मरीज को ऑक्सीजन दी जाती है।
2019 का चुनाव नहीं लड़ा
अरुण जेटली राजनेता होने के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील भी हैं। मोदी सरकार-1 वह फ़ाइनेंस मिनिस्टरी संभाल चुके हैं। हालांकि, तबीयत खराब होने की वजह से जेटली ने इस साल हुए लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। इसके लिए अरुण जेटली ने पीएम मोदी को पत्र लिखा था।