भूपेश बघेल ने दिया दीदी को जवाब, कांग्रेस के बिना नहीं बन सकता कोई भी विपक्षी गठबंधन, यूपीए तय करेगा नेता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल में मुंबई में बयान दिया था कि मौजूदा समय में यूपीए का कोई अस्तित्व ही नहीं है।
Bhupesh Baghel: अगले लोकसभा चुनाव में विपक्ष के चेहरे को लेकर शुरू हुई सियासी जंग में कांग्रेस ने भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ममता की ओर से कांग्रेस की अनदेखी संबंधी बयानों पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel) ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के बिना भाजपा के खिलाफ कोई भी विपक्षी गठबंधन नहीं बन सकता। उन्होंने कहा कि कोई नेता अकेले विपक्ष का चेहरा नहीं तय कर सकता। विपक्ष का चेहरा संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की ओर से संयुक्त रूप से तय किया जाएगा।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) ने हाल में मुंबई (Mumbai) में बयान दिया था कि मौजूदा समय में यूपीए का कोई अस्तित्व ही नहीं है। कांग्रेस पर लगातार हमले करने में जुटी ममता बनर्जी राहुल गांधी को किनारे करके खुद के लिए सियासी पिच तैयार करने की कोशिश में जुटी हुई हैं। ऐसे में भूपेश बघेल का बयान सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उन्होंने कांग्रेस को राष्ट्रीय राजनीति का मुख्य स्तंभ बताते हुए कहा कि कोई भी दल या नेता कांग्रेस की अनदेखी नहीं कर सकता।
कांग्रेस को लेकर ही भाजपा से लड़ना संभव
कांग्रेस (Congress) के नेता लगातार दावा करते रहे हैं कि भाजपा के और मोदी के खिलाफ लड़ाई लड़ने में राहुल गांधी ही सक्षम हैं। कांग्रेस की मंशा को भांपते हुए ही तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने अलग सुर अलापना शुरू कर दिया है। पिछले महीने दिल्ली यात्रा के दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात भी नहीं की थी। हाल के दिनों में उन्होंने कई राज्यों में कांग्रेस को करारा झटका देते हुए कांग्रेस नेताओं को टीएमसी में शामिल किया है। अपने लिए समर्थन जुटाने में लगी ममता बनर्जी ने विपक्ष के नेताओं के साथ सलाह मशविरा भी शुरू कर दिया है। मुंबई में उन्होंने शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे व संजय राउत के अलावा एनसीपी के मुखिया शरद पवार से भी लंबी सियासी चर्चा की थी।
अब बघेल का कहना है कि अभी विपक्ष के चेहरे को लेकर कोई बात नहीं की जा सकती। यूपीए की ओर से संयुक्त रूप से विपक्ष का चेहरा तय किया जाएगा। ममता को जवाब देते हुए बघेल ने कहा कि कांग्रेस को छोड़कर विपक्ष अपने मकसद में कभी कामयाब नहीं हो सकता। भाजपा के खिलाफ कोई भी लड़ाई कांग्रेस को साथ लेकर ही लड़ी जा सकती है।
ममता बनर्जी से मांगा जवाब
बघेल ने इशारों में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे भाजपा से लड़कर अपनी पार्टी को मुख्य विपक्षी दल बनाना चाहती हैं या विपक्ष से लड़कर इस काम को अंजाम देना चाहती हैं। वैसे सभी को इस बात को समझ लेना चाहिए कि कांग्रेस विपक्ष के मुख्य स्तंभ की तरह है और राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस की अनदेखी करके विपक्ष की कोई राजनीति नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि यूपीए में कई राजनीतिक दल शामिल हैं और सभी राजनीतिक दल सोनिया गांधी से मिलकर यह तय करेंगे कि विपक्ष का चेहरा कौन होगा।
राहुल अकेले लड़ रहे लड़ाई
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर राहुल गांधी के अकेले ऐसे नेता हैं जो भाजपा और केंद्र सरकार के खिलाफ पूरी मजबूती से लड़ाई लड़ रहे हैं। राहुल के आक्रामक रवैये को लेकर भाजपा में भी घबराहट दिख रही है। इस कारण तृणमूल कांग्रेस की भाजपा से मिलीभगत की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। ऐसा संभव है कि भाजपा के लोग तृणमूल कांग्रेस के साथ मिलकर कांग्रेस पर हमले कराने की कोशिश में जुटे हुए हों।
राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस का ही अस्तित्व
उन्होंने कहा कि विपक्ष में कांग्रेस अकेली ऐसी पार्टी है जिसका सभी राज्यों में अस्तित्व है और वह भाजपा के साथ सीधी लड़ाई लड़ने में जुटी हुई है। कई हिंदी भाषी राज्यों में कांग्रेस भाजपा के साथ सीधी लड़ाई लड़ रही है। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड आदि ऐसे राज्य हैं जहां कांग्रेस भाजपा को सीधी चुनौती दे रही है।
मौजूदा सियासी माहौल को देखते हुए माना जा सकता है कि कांग्रेस की अनदेखी करके विपक्ष की कोई लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती। बघेल ने कहा कि पवार से मिलकर ममता बनर्जी ने यूपीए का अस्तित्व मानने से ही इनकार कर दिया मगर प्रधानमंत्री से मिलने के बाद उन्होंने कोई बयान नहीं दिया। उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनकी प्रधानमंत्री से क्या बातें हुईं। वैसे उन्हें इस बात को ध्यान में रखना चाहिए कि केरल से कश्मीर तक कांग्रेस ऐसी अकेली पार्टी है जिसका अस्तित्व है और उसकी अनदेखी करना संभव नहीं है।