Ashish Patel: उत्तर प्रदेश की राजनीति में घमासान जारी, अब मंत्री आशीष पटेल ने इनको लिया 'रिमांड' पर
Ashish Patel: उत्तर प्रदेश में आशीष पटेल ने मीडिया सलाहकार मृत्युंजय सिंह और सूचना निदेशक शिशिर सिंह पर साजिशों के आरोप लगाए, राजनीतिक घमासान तेज, पदोन्नति और ओएसडी पर उठाए सवाल।;
Ashish Patel: उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर से भारी घमासान मच गया है। योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने प्रदेश सरकार के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय सिंह और सूचना निदेशक शिशिर सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए सिलेसिलेवार ट्वीट किया है। पटेल ने दोनों पर आरोप लगाया है कि ये दोनों मिलकर उनके खिलाफ लगातार षडयंत्र रच रहे हैं और राजनीति में उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।
आशीष पटेल का कहना है कि मीडिया सलाहकार मृत्युंजय सिंह और सूचना निदेशक शिशिर सिंह के नेतृत्व में उनके खिलाफ एक सुनियोजित साजिश चल रही है, जिसका मकसद उन्हें राजनीतिक रूप से कमजोर करना है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस साजिश में उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF)के प्रमुख अमिताभ यश का भी हाथ है, जो पूर्व में लोकसभा चुनाव के दौरान अनुप्रिया पटेलजी को हराने के लिए रणनीति बना रहे थे।
ओएसडी पर गंभीर आरोप
आशीष पटेल ने अपने पूर्व ओएसडी पर भी कड़ा हमला बोला। उनका कहना है कि यह वही ओएसडी है जिसने पहले जानकारी को सार्वजनिक किया था और अब उसी ओएसडी को नोटिस भेजा गया है, जिसमें उससे पूछा गया है कि उसने ये गुप्त जानकारी क्यों साझा की। आशीष पटेल ने इस कदम को सीधे तौर पर सरकारी सुरक्षा और प्रशासन की चूक करार दिया है। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में जवाब नहीं मिला, तो वे सख्त कार्रवाई करेंगे।
पदोन्नति पर झूठ का पर्दाफाश
आशीष पटेल ने राज्य सरकार में हुई एक पदोन्नति को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि प्रायोजित धरना मास्टर ने इस पदोन्नति को लेकर गुमराह करने वाली बातें फैलाईं। पटेल के अनुसार, इस प्रक्रिया में ओबीसी वर्ग के कर्मचारियों को सबसे अधिक लाभ हुआ, जिनके अधिकारों की सालों से हकमारी हो रही थी। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि प्रायोजित धरना मास्टर को इस बात से चिढ़ थी, क्योंकि यह बदलाव ओबीसी वर्ग के लिए फायदेमंद था।
राजनीतिक साजिश का दावा
आशीष पटेल ने यह भी दावा किया कि लोकसभा चुनाव के दौरान मिर्जापुर के एसपी अभिनंदन सिंह और STF प्रमुख अमिताभ यश की आपसी रिश्तेदारी कोई नई बात नहीं है। उन्होंने खुलासा किया कि इन दोनों के बीच की साठगांठ की वजह से अनुप्रिया पटेल जी को चुनाव में हराने की साजिश की गई थी। यह बयान यूपी के राजनीतिक माहौल को और भी गरमा सकता है, क्योंकि इसमें सत्ताधारी और विपक्षी दोनों ही दलों के बड़े नेताओं का नाम जुड़ता है।
सामाजिक न्याय की राजनीति से पीछे नहीं हटेंगे
आशीष पटेल ने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए कहा कि अपना दल (एस) की सामाजिक न्याय की राजनीति से वह कभी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि साजिशें और परोक्ष धमकियां उन्हें डराने के लिए नहीं हैं और न ही वह अपनी पार्टी की राजनीति से विचलित होंगे। उनके अनुसार, "जब मैं खिलौने में चाबी भरने वालों से नहीं डरता, तो खिलौने से डरने का सवाल ही नहीं उठता।"
खिलौने में चाबी भरने वालों की चुनौती
आशीष पटेल ने मीडिया सलाहकार मृत्युंजय सिंह और सूचना निदेशक शिशिर सिंह से चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनके पास किसी भी प्रकार की अनियमितता का प्रमाण है तो वह खुद सामने आकर प्रेस कांफ्रेंस करें और इसे साबित करें। उन्होंने यह भी कहा कि पर्दे के पीछे का खेल अब खत्म हो चुका है और अगर उन्हें मर्यादा लांघने पर मजबूर किया गया तो मामला बहुत दूर तक जाएगा।