Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय के पीएचडी शोधार्थी ने राष्ट्रीय युवा संसद में दिया जबरदस्त भाषण: संविधान की रक्षा और सशक्तिकरण हमारा दायित्व: गौरव

लखनऊ विश्वविद्यालय के पीएचडी शोधार्थी गौरव ओझा ने भारत की सबसे बड़ी विधानसभा में आयोजित राष्ट्रीय युवा संसद के अंतर्गत अपने विचार प्रस्तुत किए।;

Update:2025-03-31 21:42 IST

Lucknow News: Photo-Social Media

Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय के पीएचडी शोधार्थी गौरव ओझा ने भारत की सबसे बड़ी विधानसभा में आयोजित राष्ट्रीय युवा संसद के अंतर्गत अपने विचार प्रस्तुत किए। अपने ओजस्वी भाषण में उन्होंने भारतीय संविधान के 75 वर्षों की यात्रा, उसके अधिकार, कर्तव्य और लोकतांत्रिक मूल्यों की प्रासंगिकता पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने संविधान की उत्पत्ति, उसकी महत्ता और उसके सुरक्षा की आवश्यकता को भी स्पष्ट रूप से रखा।

लविवि पीएचडी शोधार्थी गौरव ओझा ने अपने संबोधन में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और संविधान निर्माण की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे भारत ने अपनी स्वतंत्रता के बाद एक ऐसे संविधान का निर्माण किया। जो न केवल विश्वस्तरीय था। बल्कि उसके निर्माण में अनगिनत बलिदान और संघर्षों का योगदान था। गौरव ने भारतीय संविधान को सबसे पवित्र ग्रंथ के रूप में सम्मानित किया और उसकी रक्षा एवं सम्मान के महत्व पर जोर दिया।

गौरव ने उठाए महत्वपूर्ण मुद्दे

भाषण के दौरान गौरव ओझा ने जातिगत भेदभाव, लैंगिक असमानता, तीन तलाक जैसे समाज में मौजूद ज्वलंत मुद्दों पर भी अपने विचार प्रस्तुत किए। उनके तर्कपूर्ण और प्रभावशाली विचारों को सभा में उपस्थित गणमान्य अतिथियों द्वारा सराहा गया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, उच्च शिक्षा मंत्री सहित कई अन्य महत्वपूर्ण अतिथि भी मौजूद थे।

गौरव ओझा की प्रेरणादायक यात्रा

इससे पूर्व गौरव ने वन नेशन, वन इलेक्शन विषय पर नोडल स्तर पर अपने विचार प्रस्तुत किए। जिसके बाद उन्हें उत्तर प्रदेश विधानसभा में अपने विचार रखने का अवसर मिला। गौरव ने इससे पहले भी भारत मंडपम और संसद के ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में अपने विचार रखे हैं। जहाँ उन्होंने राष्ट्रीय मुद्दों पर गहरे और प्रभावशाली विचार व्यक्त किए थे। उनके विचारों को विशेष रूप से युवाओं के बीच प्रेरणादायक माना जाता है।

संविधान की रक्षा और सशक्तिकरण हमारा दायित्व: गौरव ओझा

इस ऐतिहासिक अवसर पर गौरव ने अपनी प्रस्तुति के बारे में कहा कि संविधान सिर्फ एक कानूनी दस्तावेज नहीं है। बल्कि यह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की बुनियाद है। इसे सुरक्षित और सशक्त बनाए रखना हमारा दायित्व है। मुझे गर्व है कि मुझे इस मंच से अपने विचार रखने का अवसर प्राप्त हुआ।

Tags:    

Similar News