Shravasti News: गेहूं की फसल को आग से फसल बचाने के लिए अवशेष प्रबन्धन कार्यशाला आयोजित, डीएम,एसपी, सीडीओ ने जारी किए पोस्टर

Shravasti News: कार्यशाला में डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने उपस्थित अधिकारियों एवं लेखपालों को संबोधित करते हुए कहा कि गेहूं की फसल में आग लगने की घटनाएं किसानों के लिए भारी नुकसानदायक होती हैं।;

Update:2025-04-01 22:51 IST

Residue management workshop organized (Photo: Social Media)

Shravasti News: ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ रही आगजनी और गेहूं की फसल को आग से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए डीएम अजय कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता में कृषि विभाग द्वारा फसल अवशेष प्रबन्धन एवं एग्रीस्टैक योजनान्तर्गत फार्मर रजिस्ट्री को पूर्ण करने हेतु विशेष अभियान के सम्बन्ध में मंगलवार को कार्यशाला का आयोजन कलेक्ट्रेट स्थित तथागत हाल में किया गया। कार्यशाला में एसपी घनश्याम चौरसिया, सीडीओ अनुभव सिंह, अपर जिलाधिकारी अमरेन्द्र कुमार वर्मा सहित समस्त उपजिलाधिकारी, कृषि विशेषज्ञों, अग्निशमन एवं पुलिस विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

गेहूं की फसल में आग लगने की घटनाएं किसानों के लिए भारी नुकसानदायक

कार्यशाला में डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने उपस्थित अधिकारियों एवं लेखपालों को संबोधित करते हुए कहा कि गेहूं की फसल में आग लगने की घटनाएं किसानों के लिए भारी नुकसानदायक होती हैं। जिला प्रशासन का प्रयास है कि हर किसान को सुरक्षा के आवश्यक उपायों की जानकारी दी जाए, जिससे आग की घटनाओं को रोका जा सके। उन्होने सभी किसानों से अपील किया कि कटाई के दौरान सावधानी बरतें और आग से बचाव के लिए उचित प्रबंध करें। खेतों के पास धूम्रपान न करें, कटाई मशीनों की समय-समय पर जांच करें। यदि कहीं आग लगने की घटना हो तो तुरंत प्रशासन और दमकल विभाग को सूचित करें, ताकि समय रहते नुकसान को रोका जा सके। इसके अलावा डीएम ने कृषि विभाग, अग्निशमन विभाग और पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियानों को तेज करने के निर्देश भी दिए, ताकि हर किसान तक यह संदेश पहुंचे और आगजनी की घटनाओं को न्यूनतम किया जा सके।

30 अप्रैल तक विशेष अभियान का चलाया जा रहा

उन्होने यह भी कहा कि एग्रीस्टैक योजनान्तर्गत फार्मर रजिस्ट्री को पूर्ण करने हेतु 30 अप्रैल तक विशेष अभियान का चलाया जा रहा है। उन्होने बताया कि शासन द्वारा फार्मर रजिस्ट्री पूर्ण करने की समय सीमा 31 मार्च निर्धारित की गई थी, जिससे बढ़ाकर 30 अप्रैल कर दिया गया है। उन्होने उपस्थित समस्त लेखपालों एवं कृषि विभाग के अधिकारियों निर्देशित किया कि निर्धारित समय सीमा में एग्रीस्टैक के अन्तर्गत फार्मर रजिस्ट्री तैयार करना सुनिश्चित करें, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।

फसल कटाई के दौरान मशीनों की नियमित जांच करें

अपर जिलाधिकारी ने आग से बचाव के लिए उपाय बताए। उन्होने बताया कि फसल कटाई के दौरान मशीनों की नियमित जांच करें ताकि उनमें से चिंगारी न निकले। खेतों के आसपास फायर ब्रेक (आग रोधी सुरक्षा घेरे) बनाएं। कटाई के समय पास में पानी के टैंकर और मिट्टी से भरी बाल्टियाँ रखें। बिजली के तारों की स्थिति का निरीक्षण करें और जरूरत पड़ने पर विद्युत विभाग से संपर्क करें। आग लगने की स्थिति में तुरंत नजदीकी दमकल केंद्र को सूचना दें।कार्यशाला में उपस्थित अन्य अधिकारियों एवं विशेषज्ञों ने किसानों को फसल कटाई के दौरान सुरक्षा उपायों के महत्व के बारे में जागरूक किया।

आमजन को जागरूक भी किया

इस दौरान जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी व अन्य अधिकारियों ने आमजन को तापाघात (हीटवेव) से बचाव के लिए पोस्टर जारी किया। वहीं आपदा विशेषज्ञ अरूण कुमार मिश्र ने आमजन को तापाघात से बचाव हेतु जागरूक भी किया। अन्त में उप कृषि निदेशक सुरेन्द्र चौधरी ने उपस्थित अधिकारियों का धन्यवाद देते हुए कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएँ भविष्य में भी आयोजित की जाएंगी, ताकि किसानों को आवश्यक सुरक्षा जानकारी समय पर मिल सके।

इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार यादव, उपजिलाधिकारी क्रमशः आशीष भारद्वाज, ओम प्रकाश, एस के राय, मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रतीक श्रीवास्तव, जिला पंचायत राज अधिकारी नन्दलाल, अपर जिला कृषि अधिकारी अश्वनी कुमार सहित समस्त तहसीलदार, नायब तहसीलदार व लेखपालगण उपस्थित रहे।

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