Sonbhadra News: बिहार से हुई थी शराब की मुखबिरी, सोनभद्र पुलिस ने लिया था एक्शन, और हो गया टैंकर का पर्दाफाश
Sonbhadra News: एलपीजी गैस की ढुलाई करने वाले टैंकर से हो रही शराब तस्करी को पकड़ पाना किसी के लिए आसान नहीं था।;
Sonbhadra News (Image From Social Media)
Sonbhadra News: एलपीजी गैस की ढुलाई करने वाले टैंकर से हो रही शराब तस्करी को पकड़ पाना किसी के लिए आसान नहीं था। बताया जा रहा है तस्कर कई बार इस फार्मूले को इस्तेमाल कर, आसानी से शराब पंजाब से बिहार पहुंचा भी चुके थे लेकिन बिहार की मद्य निषेध इकाई के हाथ लगी एक जानकारी और उसको लेकर राबटर्सगंज पुलिस से साझा की गई सूचना ने, तस्करी के इस अलबेले फार्मूले को सबके सामने लाकर रख दिया। अब इस तरीके का इस्तेमाल सिर्फ सोनभद्र से झारखंड होकर बिहार जाने वाले रूट पर किया जा रहा है या और भी रूटों पर शराब तस्करी के लिए, यह फार्मूला अपनाया जा रहा है, यह तो जांच के बाद ही सामने आएगा। फिलहाल जिस तरह से रसोई गैस की ढुलाई करने वाले टैंकर से शराब तस्करी का मामला सामने आया है, उसने हर किसी को चौंकाए हुए है।
बताते चलें कि राबटर्सगंज कोतवाली पुलिस ने गत शनिवार की रात हिंदुआरी फ्लाईओवर से पहले, टैंकर में एलपीजी गैस की जगह, अंग्रेजी शराब भरी पेटियों को ले जा रहे टैंकर को पकड़ने में कामयाबी पाई थी। बरामद किए गए शराब की कीमत लगभग 60 लाख होने का दावा किया गया था। शराब लेकर जा रहे चालक की गिरफ्तारी के साथ ही, उससे पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर टैंकर स्वामी को नामजद किया गया था। वहीं, जालंधर के पंजाब और झारखंड के रांची से जुड़े कनेक्सन को भी जांचने के लिए टीमें गठित की गई थी। टैंकर के जरिए शराब तस्करी का यह खेल कब से चल रहा था। अंतर्राज्यीय स्तर पर फैले इस रैकेट की जड़ें कहां-कहां और किस रूप में जमी हुई हैं, इन सारी चीजों का खुलासा होना बाकी है।
- बगैर गैस भरे ही कैसे मिल गई इनवायस, उठ रहे सवाल:
जो टैंकर पकड़ा गया, उसके पास से रसोई गैस की इनवायस मिली थी। उस पर पंजाब के जालंधर से झांसी का रूट लिखा गया था। चालक ने भी पकड़े जाने पर झांसी जाने की बात कहकर यहां चले आने, रास्ता भटक जाने जैसी बातों से पुलिस को झांसा देने की कोशिश की थी लेकिन मिली सूचना, और रंगीला राजस्थान लिखे टैंकर की सोनभद्र के रास्ते गैस लेकर गुजरने की स्थिति और झांसी की इनवायस पर सोनभद पहुंचने के मामले ने तस्करी की पोल खोलकर रख दी। अब सवाल उठ रहा है कि आखिर बगैर गैस लोड हुए इनवायस कैसे जारी हुआ, अगर इनवायस फर्जी है तो इसके लिए कितना बड़ा रैकेट काम कर रहा है, इन सारी चीजों के खुलासे की मांग उठने लगी है।
- ऐसे हुई थी तस्करी के इस खेल तक पुलिस की पहुंच:
बताते हैं कि तस्करी के इस खेल तक पुलिस के लिए पहुंचना आसान नहीं था लेकिन गत शनिवार को बिहार की मद्य निषेध इकाई की तरफ से राबटर्सगंज पुलिस को मिली सूचना और पटना से मिले पकड़े गए टैंकर के क्लू ने पुलिस की राह आसान कर दी। मिली सूचना पर जताए गए संदेह और मिली जानकारी के आधार पर संबंधित नंबर वाले टैंकर को रोककर चेक किया गया तो टैंकर में गैस की जगह शराब की पेटियां भरे जाने के नजारे ने एक बारगी पुलिस टीम को भी अवाक करके रख दिया। अब तस्करी के इस हाइटेक तरीके से, किसका-किसका जुड़ाव सामने आता है, इस पर लोगों की नजरें टिकी हुई हैं।