कमलनाथ ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा, 15 महीनों में गिर गई सरकार

फ्लोर टेस्ट से पहले ही सीएम कमलनाथ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान इस्तीफे का एलान किया, जिसके बाद राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। 

Update: 2020-03-20 06:22 GMT

भोपाल: मध्य प्रदेश के सियासी ड्रामे पर आज पूर्ण विराम लग सकता है। कमलनाथ सरकार का आज शाम फ्लोर टेस्ट होना था। जिसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बीते दिन फैसला सुनाया था। हालंकि इसके पहले ही सीएम कमलनाथ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान इस्तीफे का एलान किया, जिसके बाद राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

Live Update:

कमलनाथ ने सीएम पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि सत्ता में रहने के लिए भाजपा की तरह साजिशें नहीं कर सकते। इसके बाद वह राज्यपाल लालजी टंडन से मिलने निकल गये। राज्यपाल से 1 बजे का समय माँगा था। कमलनाथ ने राजभवन पहुंच कर उन्हें अपना इस्तीफा दे दिया।

कमलनाथ फ्लोर टेस्ट से पहले प्रेस कांफ्रेंस:

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रेस वार्ता बुलाई। मीडिया से बात करते ही उन्होंने कहा कि, 15 महीनों में हमने अच्छा काम किया। किसानों के लिये काम किया। लेकिन साढ़े 7 करोड़ जनता के साथ भाजपा ने विश्वासघात किया। आखिर 15 महीनों में हमने क्या गलती की।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा साजिश करती रहीं कि सरकार को कैसे अस्थिर किया जाएँ। किसानों के साथ धोखा किया। जनता धोखा करने वालों को माफ़ नहीं करती । सरकार बने के बाद से भाजपा साजिश करती रही। हमारे 22 विधायकों को बंधक बनाया।

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दिग्विजय ने स्वीकारा, उनके पास बहुमत नहीं:

कांग्रेस नेता दिग्विजिय सिंह ने स्वीकार किया कि कांग्रेस के पास बहुमत साबित करने के लिए विधायकों की संख्या कम है। इसलिए वह बहुमत साबित नहीं कर सकते।

बीजेपी विधायक दल की बैठक :

फ्लोर टेस्ट से पहले भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई है। इसके पहले कांग्रेस ने भी विधायक दल की बैठक बुलाई।

बागी विधायकों का इस्तीफा स्पीकर ने स्वीकार :

कांग्रेस के बागी विधायकों का इस्तीफा स्पीकर ने स्वीकार कर लिया। इसके पहले कांग्रेस पार्टी ने भी विधायकों के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया था। स्पीकर नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने कहा है कि, ‘जो हो रहा है, उससे मैं दुखी हूं। संविधान की चुप्पी असहज और असहनीय है। बागी मंत्रियों और विधायकों के इस्तीफे के बारे में मुझे जो कुछ कहना है, वह मैं पहले ही आपको बता चुका हूं।’

फ्लोर टेस्ट से पहले दिग्विजय सिंह की बैठक :

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से मुलाक़ात की।

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कमलनाथ सरकार का फ्लोर टेस्ट:

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार शाम विधानसभा में कमलनाथ सरकार फ्लोर टेस्ट का सामना करना था। वैसे तो सत्तारूढ़ कांग्रेस बहुमत साबित करने का दावा कर रही , लेकिन मुख्य विपक्षी बीजेपी लगातार कमलनाथ सरकार के अल्पमत होने की बात कह फ्लोर टेस्ट की मांग कर रही थी। बता दें कि फ्लोर टेस्ट से पहले कांग्रेस ने अपने बागी विधायकों के इस्तीफे भी स्वीकार कर लिए हैं।

कांग्रेस के पास कितने विधायक:

मध्य प्रदेश कांग्रेस के पास सिर्फ 92 विधायक हैं। सरकार को समर्थन देने वाली अन्य पार्टियों की बात करें तो सपा, बसपा और निर्दलीय समेत कुल 7 विधायकों का समर्थन कमलनाथ सरकार मिला हुआ है। इस तरह कांग्रेस के पास कुल 99 विधायक हैं। हालाँकि विधानसभा के समीकरण के मुताबिक कांग्रेस को 104 विधायकों की जरूरत है, यानि उनके पास 5 विधायकों की कमी है।

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