इस वायरल वीडियो से गिर सकती है झारखण्ड की सरकार! जानें पूरा मामला

चारा घोटाले में सजायाफ्ता आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव का एक वीडिया वायरल हुआ है। जिसमें रांची के रिम्स में जनता दरबार लगाते दिख रहे हैं। इस तस्वीर पर बीजेपी ने ना सिर्फ आरजेडी को घेरा बल्कि झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर भी निशाना साधा।

Update: 2020-01-05 16:27 GMT

पटना: चारा घोटाले में सजायाफ्ता आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव का एक वीडिया वायरल हुआ है। जिसमें रांची के रिम्स में जनता दरबार लगाते दिख रहे हैं। इस तस्वीर पर बीजेपी ने ना सिर्फ आरजेडी को घेरा बल्कि झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर भी निशाना साधा।

बीजेपी ने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन की सरकार जेल से चल रही है। मामले की जानकारी मिलने के बाद इस खबर के बाद जेल आईजी ने रिम्स का दौरा करते हुए लालू के वॉर्ड का भी निरीक्षण किया।

चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव का ये वीडियो सियासी हलकों में तहलका मचा रहा है। आरोप लग रहे हैं कि झारखंड में बीजेपी की सरकार के जाते और आरजेडी के गठबंधन वाली हेमंत सोरेन की सरकार आते ही लालू के दिन फिर गए हैं। ये वीडियो उसी का सबूत बताया जा रहा है।

यहां देखें पूरा वीडियो



नहीं ली गई थी इजाजत

शुक्रवार को रिम्स के पेइंग वॉर्ड के दूसरे फ्लोर पर लालू दरबार लगाने के अंदाज में बैठे नजर आए. उनके साथ कुछ लोग भी थे. बताया जा रहा है कि इसके लिए किसी तरह की इजाजत नहीं ली गई थी। वीडियो के सामने आते ही झारखंड बीजेपी ने हेमंत सोरेन पर हमला बोल दिया।

केंद्र सरकार जारी करे नोटिस

बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झारखंड की सरकार लालू यादव के इशारे पर चल रही है। जब सरकार जेल से चल रही हो तो क्या एक्शन होगा। उन्होंने कहा कि ये संविधान, लॉ एंड ऑर्डर और जेल मैनुअल का ब्रेक डाउन है। हमारी मांग है कि केंद्र इस पर नोटिस जारी करे. इधर, बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि इस पर कोर्ट को ही सख्ती दिखानी होगी।

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लालू सोशल मीडिया पर सक्रिय

झारखंड में जब तक बीजेपी की सरकार थी तब तक जेल मैनुअल को सख्ती से लागू किया गया। कई बार उनसे मिलने आए उनके बेटे तेजस्वी और तेज प्रताप को भी बैरंग लौटा दिया गया, लेकिन पिछले कुछ दिनों से लालू सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं। नीतीश को हटाने वाले नारे और पोस्टर ट्वीट कर रहे हैं।

जेल प्रशासन की भी मौन सहमति

बताया जा रहा है कि रिम्स में पिछले दो सप्ताह से हर दिन बिहार-झारखंड के छोटे-बड़े नेता उनसे मिल रहे हैं और राजनीतिक सियासत पर उनसे सलाह-मशवरा कर रहे हैं। इसमें जेल प्रशासन की भी मौन सहमति बताई जा रही है क्योंकि उसकी अनुमति के बगैर कोई भी लालू से नहीं मिल सकता है।

डीजीपी बोले- कोई सूचना नहीं मिली

झारखंड के डीजीपी कमल नयन चौबे ने कहा कि रिम्स का अपना प्रशासन और व्यवस्था है। इस संबंध में कोई सूचना नहीं आई है। लालू यादव जूडिशियल कस्टडी में है, वो पुलिस कस्टडी में नहीं है।

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