बिहार में भिड़ा गठबंधन: NDA में घमासान, JDU के खिलाफ लोजपा उतारेगी उम्मीदवार
जदयू से तनातनी बढ़ने के बाद लोजपा ने भाजपा के हिस्से वाली 100 सीटों को छोड़कर अन्य सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी शुरू कर दी है।
अंशुमान तिवारी
नई दिल्ली: बिहार में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट के साथ ही सियासी दल अपनी गोटियां बिछाने में जुट गए हैं। एनडीए और विपक्षी महागठबंधन में सबसे जटिल मसला सीटों के बंटवारे का फंसा हुआ है। एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर घमासान शुरू हो गया है। जदयू से तनातनी बढ़ने के बाद लोजपा ने भाजपा के हिस्से वाली 100 सीटों को छोड़कर अन्य सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी शुरू कर दी है।
दूसरी ओर हाल ही में एनडीए में शामिल होने वाले जीतन राम मांझी की पार्टी हम ने लोजपा के खिलाफ कमर कस ली है। इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा आज बिहार पहुंच रहे हैं। माना जा रहा है कि यात्रा के दौरान एनडीए में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर उनकी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ चर्चा होगी।
143 सीटों पर सूची बनाने का निर्देश
दिल्ली में लोजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में जदयू से बढ़ते तनाव का असर साफ दिखा। लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान के घर हुई इस बैठक में भाजपा के हिस्से वाली सीटों को छोड़कर अन्य सीटों पर उम्मीदवार उतारने पर गहन चर्चा की गई। बैठक में गठबंधन और सीट शेयरिंग पर अंतिम फैसला लेने के लिए चिराग पासवान को अधिकृत किया गया।
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लोजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि चिराग ने भाजपा के हिस्से वाली 100 सीटों को छोड़कर शेष 143 सीटों पर उम्मीदवारों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया है। लोजपा के इस कड़े तेवर से दिल्ली से लेकर पटना तक हड़कंप मचा रहा।
लोजपा की ज्यादा सीटें पाने की कोशिश
दरअसल बिहार में विपक्षी महागठबंधन और एनडीए में शामिल सभी दल ज्यादा से ज्यादा सीटें पाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इसके लिए सभी दलों ने दबाव बनाने की रणनीति पर अमल शुरू कर दिया है। जदयू की ओर से मिले संकेतों के अनुसार इस बार के चुनाव में लोजपा को 30 से ज्यादा सीटें मिलने के आसार नहीं हैं। ऐसे में ज्यादा सीटें हासिल करने के लिए लोजपा की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला शुरू कर दिया गया है।
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वैसे चिराग पासवान बाढ़ और कोरोना संकट को लेकर भी लगातार नीतीश पर हमलावर थे। नीतीश भी लोजपा को जवाब देने में जुटे हुए हैं और माना जा रहा है कि लोजपा को जवाब देने के लिए ही उन्होंने जीतन राम मांझी को एनडीए में शामिल कराया है। जदयू की ओर से यह भी साफ किया गया है कि राज्य में उसका गठबंधन लोजपा के साथ नहीं बल्कि भाजपा के साथ है।
जदयू ने दी पासवान को नसीहत
जदयू की ओर से चिराग पासवान को नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी से बाज आने की नसीहत दी गई है। जदयू महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि चिराग पासवान लगातार नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं।
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उन्हें ऐसे बयानों से बाज आना चाहिए। त्यागी ने यह भी स्पष्ट किया कि बिहार में जदयू का गठबंधन भाजपा से है, लोजपा से नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर लोजपा राजग में शामिल है तो उसे सीएम के खिलाफ ऐसी बयानबाजी नहीं करनी चाहिए।
नीतीश पर लगातार हमलावर हैं चिराग
वैसे तो चिराग पासवान नीतीश के खिलाफ पिछले कुछ महीनों से लगातार हमलावर हैं। मगर राजग में जीतन राम मांझी के शामिल होने के बाद उनकी नाराजगी और बढ़ गई है। उनका कहना है कि मांझी को राजग में शामिल करने से पहले गठबंधन में चर्चा होनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि मांझी को राजद में लेने का फैसला नीतीश कुमार ने अकेले कर लिया।
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उन्होंने दलित की हत्या होने पर किसी एक परिजन को नौकरी देने के नीतीश सरकार के फैसले पर भी सवाल उठाए हैं। इस पूरे मामले पर केंद्रीय मंत्री और चिराग पासवान के पिता रामविलास पासवान ने चुप्पी साध रखी है। मांझी को लेकर पासवान द्वारा उठाए गए सवालों पर त्यागी का कहना है कि मांझी पहले भी राजग में शामिल रहे हैं और उन्हें फिर राजग में लेने पर सवाल नहीं उठाए जाने चाहिए।
नड्डा की बिहार यात्रा पर टिकी नजर
एनडीए में सीटों को लेकर शुरू हुई खींचतान के बीच अब हर किसी की नजर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की बिहार यात्रा पर टिकी है। नड्डा बिहार के दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार को पहुंच रहे हैं।
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इस दौरान उनकी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। माना जा रहा है कि नीतीश और नड्डा की इस महत्वपूर्ण बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर पैदा हुए विवाद को समझाने की कोशिश की जाएगी।