मोदी ने पत्नी से कही थी ये बात! जशोदा बेन ने किया खुलासा
यहां हम आपको पीएम मोदी के जिंदगी से जुड़े उस महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका नाम जशोदा बेन है ये पीएम मोदी की पत्नी हैं। जशोदा बेन और नरेंद्र मोदी की शादी सन 1968 में हुई थी जब जशोदाबेन 15 साल की थीं और मोदी 17 साल के थे। उनकी शादी गुजरात के उंझा के नज़दीक ब्रह्मवाड़ा गांव में हुआ था।
नई दिल्ली: गजरात के एक सामान्य परिवार से संबंध रखने वाले नरेंद्र दामोदर दास मोदी आज देश के प्रधानमंत्री हैं। पीएम मोदी ने अपने कई फैसलों देश को चौंका दिया। पीएम मोदी की गिनती देश के सबसे ईमानदार नेताओं में की जाती है। पीएम मोदी के बारे में तो पूरा भारत जानता है लेकिन आज इनकी पर्सनल लाइफ के बारे में कुछ जानकारी देने वाले हैं, तो चलिए जानें..
पीएम मोदी की पत्नी जशोदा बेन-
यहां हम आपको पीएम मोदी के जिंदगी से जुड़े उस महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका नाम जशोदा बेन है ये पीएम मोदी की पत्नी हैं। जशोदा बेन और नरेंद्र मोदी की शादी सन 1968 में हुई थी जब जशोदाबेन 15 साल की थीं और मोदी 17 साल के थे। उनकी शादी गुजरात के उंझा के नज़दीक ब्रह्मवाड़ा गांव में हुआ था।
एक इंटरव्यू में जशोदा बेन ने किया खुलासा-
जशोदा बेन ने खुद एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया था कि जब उनकी शादी नरेंद्र मोदी से हुई तब उनकी उम्र 17 साल थी। तब नरेंद मोदी चाहते थे कि उनकी पत्नी पढ़ाई आगे जारी रखे। नरेंद मोदी चाहते थे कि उनकी पत्नी पढ़ाई आगे जारी रखे। जशोदा बेन का कहना है कि हमारी शादी केवल तीन साल तक ही चली, लेकिन इस दौरान हम केवल तीन महीने तक ही साथ रह सके।
ये भी पढ़ें—कुतिया माता मंदिर: इस टेंपल का इतिहास आपको कर देगा परेशान
मोदी ने उनसे ये भी कहा था कि तुम इतनी कम उम्र में ससुराल क्यों चली आई, तुम्हें अपनी पढ़ाई पूरी करनी चाहिए। मोदी ने अपनी पत्नी से ये भी कहा था कि मैं पूरे देश की यात्रा पर निकलूंगा और जहां भी मुझे अच्छा लगेगा वहां जाउंगा। तुम मेरे साथ चलकर क्या करोगी।
सिर्फ तीन महीने ही साथ रहे नरेंद्र मोदी और जशोदा बेन-
जशोदा बेन के अनुसार, शादी से अलग होने का फैसला उनका था और मोदी और उनके बीच कभी किसी तरह का कोई झगड़ा नहीं हुआ। उन्होंने ये भी बताया कि मोदी ने कभी उनसे राजनीति से जुड़ी बाते कोई शेयर नहीं की।
ये भी पढ़ें—25 जनवरी, राष्ट्रीय मतदाता दिवस, आपको पता है क्यों मनाया जाता है ये दिवस
जशोदा ने बताया कि मैं जब भी अपने ससुराल बडनगर जाती, उन्हें वहां नहीं पाती थी। इसलिए मैंने ससुराल जाना ही बंद कर दिया और मायके रहने लगी। इसके बाद नरेंद्र मोदी संघ के प्रचार पर निकल गए। जशोदा बेन का कहना है कि शादी के इस अनुभव के बाद मैंने दोबारा शादी नहीं की। हांलाकि मेरे ससुराल वाले मेरे साथ अच्छा व्यवहार करते थे। मैंने अपने भाई और पिता की मदद से अपनी पढ़ाई पूरी की।