पायलट कैंप के इन तीनों निर्दलीय विधायकों ने सचिन को दिया तगड़ा झटका

सचिन पायलट कैंप में शामिल रहे राजस्थान के तीन निर्दलीय विधायकों ने उन्हें तगड़ा झटका दिया है। सोमवार को पायलट के साथ राहुल और प्रियंका गांधी से मिलने के बाद जयपुर आते ही इन्होंने अपना पाला बदल लिया है।

Update: 2020-08-11 14:16 GMT
सचिन पायलट और अशोक गहलोत की फ़ाइल फोटो

जयपुर: सचिन पायलट कैंप में शामिल रहे राजस्थान के तीन निर्दलीय विधायकों ने उन्हें तगड़ा झटका दिया है। सोमवार को पायलट के साथ राहुल और प्रियंका गांधी से मिलने के बाद जयपुर आते ही इन्होंने अपना पाला बदल लिया है। तीनों ही निर्दलीय विधायकों ने सीएम अशोक गहलोत को अपना नेता बताया है। उनके प्रति अपनी आस्था व्यक्त की है।

बता दे कि निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश ढोला, सुरेश टांक और खुशवीर सिंह जोजावर पिछले 1 महीने से पायलट कैंप में दिल्ली में थे। लेकिन अब इन्होंने अपना नया ठिकाना खोज लिया है।

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सचिन पायलट से पिछले 1 महीने से कोई बातचीत नहीं: खुशवीर सिंह जोजावर

इनका कहना है कि सचिन पायलट से उनकी पिछले 1 महीने से कोई बातचीत नहीं हुई है। दिल्ली से जयपुर में कदम रखते ही मीडिया से बात करते हुए इन विधायकों ने कहा कि पता नहीं है कि सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायक दिल्ली में क्या कर रहे थे।

निर्दलीय विधायकों में शामिल खुशवीर सिंह जोजावर ने मीडिया से बात करते हुए कहा- गुजरात में हमारा प्राकृतिक चिकित्सा से इलाज चल रहा था। हमें 3 दिन बाद वापसी करनी थी लेकिन बाकी के दो निर्दलीय विधायकों ने जयपुर आने के लिए कहा तो मैं चला आया।

मैं राजस्थान सरकार के साथ हूं और सचिन पायलट के साथ नहीं हूं। हमारी सचिन पायलट से न अभी बात हुई है न कभी पहले बात हुई थी। हमारी कुछ समस्याएं थीं जिसे हम उठा रहे थे।

अशोक गहलोत हमारे नेता हैं: ओमप्रकाश होडला

महुआ से निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश होडला का कहना है कि अशोक गहलोत उनके नेता हैं और लिखित में उनको समर्थन दिया है। सचिन पायलट से पिछले 1 महीने में दिल्ली में कोई बातचीत नहीं की और दिल्ली में वे अपने बच्चों के घर पर रह रहे थे।

होडला ने कहा, हमें तो यह भी पता नहीं है कि सचिन पायलट का क्या प्लान था। उन्होंने ये भी कहा कि आज ही सुबह वे जयपुर लौटे हैं और मुख्यमंत्री निवास से फोन आया कि मुख्यमंत्री मिलना चाहते हैं तो इसलिए मिलने के लिए चले गए।"

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विधायकों की खरीद-फरोख्त करने की कोशिश नहीं की: सुरेश टांक

उधर किशनगढ़ से निर्दलीय विधायक सुरेश टांक ने अपनी सफाई में कहा कि हमने किसी भी तरह से विधायकों की खरीद-फरोख्त करने की कोशिश नहीं की है और हमारे नेता अशोक गहलोत हैं। हमारे खिलाफ कंफ्यूजन हो गया था और सरकार ने मुकदमा दर्ज करा लिया था।

इसी डर से हम जयपुर नहीं आ रहे थे। इस दौरान रोज हमारी कांग्रेस के नेताओं से बातचीत हो रही थी और वे हमें मदद का भरोसा भी दे रहे थे। इसलिए हम अशोक गहलोत का हाथ मजबूत करने के लिए आए हैं। टांक ने सचिन पायलट के बारे में कहा, मैं नहीं जानता वे कहां हैं और क्या कर रहे हैं। मुझे याद नहीं है कि कभी उनसे मैं मिला होऊंगा।

यहां ये भी बता दें कि इन तीनों विधायकों पर सरकारी मुख्य सचेतक ने एंटी करप्शन ब्यूरो में पैसे लेकर बीजेपी के लिए बांसवाड़ा जैसे आदिवासी इलाकों में विधायकों के खरीद-फरोख्त करने का केस कर रखा है।

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