लौट आएगा रिश्तों में प्यार, जब खुद को करेंगे डिजिटल डिटॉक्स, जानें ये फार्मूला
यही वजह है कि अब रिश्तों से अपनापन, लगाव कम होता जा रहा है। इस चीज को लोग गहराई से महसूस करते हैं और कई बार बेहतर रिश्तों के लिए डिजिटल डिटॉक्स को जरूरी मानते हैं जानते हैं कैसे...
जयपुर: इस साल की शुरूआत में कई लोगों ने खुद को अनपल्ग करने की सोची है। यानि डिजिटल डिटॉक्स करने की। डिजिटल डिटॉक्स यानी डिजिटल दुनिया से दूरी बनाना। डिजिटल डिटॉक्स का मतलब है खुद को डिजिटल दुनिया से दूर करना। लोग खुद को कुछ घंटों,दिनों या महीनों तक अपने स्मार्टफोन और इंटरनेट से दूरी बनाने का टारगेट सेट करते है। विशेषज्ञों के अनुसार जिस तरह शराब,सिगरेट की लत लगती है, लोगों को उसी तरह ‘वर्चुअल वर्ल्ड' में भी रहने की आदत हो जाती है। वो चाहकर भी इससे निकल नहीं पाते। ऐसे में जरूरी है कि वो डिजिटल डिटॉक्स के फॉर्मूले को ट्राई करें।
वर्चुअल वर्ल्ड में रहने के आदी
इसमें एक तय समय के लिए लोग इससे दूरी बना लेने का लक्ष्य रखते हैं। दरअसल, लोग इस वर्चुअल वर्ल्ड में रहने के आदी होते जा रहे हैं। वहीं इसकी वजह से कई दिक्कतें भी सामने आ रही हैं।इसका असर रिश्तों पर भी पड़ने लगा है। सोशल मीडिया पर चैटिंग और सेल्फी का क्रेज लोगों में दूरी ला रहा है। ऐसे में कपल्स अपने मोबाइल पर तो घंटों लगे रहते हैं, मगर आपस में उनकी बातें कम ही हो पाती हैं। यही वजह है कि अब रिश्तों से अपनापन, लगाव कम होता जा रहा है। इस चीज को लोग गहराई से महसूस करते हैं और कई बार बेहतर रिश्तों के लिए डिजिटल डिटॉक्स को जरूरी मानते हैं जानते हैं कैसे...
डिटॉक्स के बारे में सोचें
अपने रिश्ते में अकेलापन या खुद को अलग थलग महसूस कर रहे हैं, तो डिजिटल डिटॉक्स के बारे में आपको सोचना चाहिए। क्योंकि एक बार जब आप अपने रिश्ते के बीच से इन डिजिटल उपकरणों को हटा देंगे, तो आप स्वाभाविक रूप से अपने रिश्तों के करीब आने लगेंगे। एक बेहतर रिश्ते के लिए जरूरी है कि अपने पार्टनर को सबसे अहम मानें और इस बात को समझें कि आपका रिश्ता अन्य सभी से ऊपर और सबसे पहले है।
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हमेशा के लिए दूर न हो
डिजिटल डिटॉक्स का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आप खुद को तकनीक से हमेशा के लिए दूर कर लें। मगर इसके लिए जरूरी है कि आपको इसके साथ बेहतर संबंध विकसित करें। डिटॉक्स आपको अपने उपकरणों पर निर्भर होने से रोकने में मदद करेगा।
ऐसे करें खुद को फ्रेश
अक्सर हमारी नींद में भी डिजिटल उपकरण बाधा बनते हैं। खासकर जब आप बिस्तर पर जाने से पहले घंटों सोशल साइट पर चिपके रहते हैं तब। ऐसे में इनको इस्तेमाल करने का समय तय करें और इस तरह आप बेहतर नींद ले सकते हैं।
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अपनों से मिटाएं दूरी
यह सही है कि डिजिटल उपकरणों की वजह से हम देश दुनिया से जुड़ते हैं। मगर कई बार इनकी वजह से अपनों में दूरी बनती भी महसूस होती है। ऐसे में कुछ समय के लिए ही सही मगर इन उपकरणों से दूरी बना लें।
इसमें लगाएं समय
अपना कीमती समय डिजिटल दुनिया में लगाते हैं। यही समय अगर अपने पुराने शौक को पूरा करने में लगाएं तो हमें कहीं ज्यादा अच्छा महसूस होगा। इसलिए अपने समय का सही इस्तेमाल करें और अपना समय योग, पढ़ने, ड्राइंग, संगीत आदि में लगाएं।