FriendshipDay2019 ज्ञान: ‘चरम सुख’ की तलाश है, तो यहां हम दे रहे 5 मारक टिप्स
कड़े श्रम के बाद किसी तरह की प्राप्ति भी अपने आप में अवर्णनीय सुख है। सुख रहना है तो सुखी रहने की वजह आपको खुद ढूंढनी होगी। कोई दूसरा व्यक्ति आपको तब तक सुखी नहीं रख सकता, जब तक आप खुद नहीं चाहते।
लखनऊ: कई दिन से मैं सोच रही थी कि हम आपको हर तरह का ज्ञान देते हैं। मैंने पिछली कई स्टोरीज में आपको रिलेशनशिप के बारे में बताया। मैंने कई बार आपसे सोने-चांदी की बात की। कई दफा हमने कपल के बारे में बातचीत की। इस दौरान हमने ये भी जानने की कोशिश की कि कपल्स खुश कैसे रह सकते हैं। मगर अब फ्रेंडशिप डे करीब आ रहा है, इसलिए आज हम बात करेंगे ‘सुख’ की। आज मैं आपको बताऊँगी कि आखिर ‘सुख’ है क्या।
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- सुख एक ऐसी मानसिक स्थिति और अनुभव है, जोकि खुद अंदर से महसूस होती है। कभी यह बाहर मिलने से नहीं मिलेगी। इसलिए इसकी तलाश अपने अंदर ही करें।
- सुख पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है कि व्यक्ति का स्वभाव कैसा है। सही मायनों में इसकी कोई व्याख्या नहीं कर सकता। साथ ही, ये भी कोई नहीं बता सकता है कि सुखी रहने का पैमाना क्या है।
- सुख की अनुभूति प्राकृतिक दृश्य देखने में भी होती है। कोई व्यक्ति भक्ति में सुख ढूंढता है तो कोई अपने बल प्रदर्शन में सुखी रहता है।
- कड़े श्रम के बाद किसी तरह की प्राप्ति भी अपने आप में अवर्णनीय सुख है।
- सुख रहना है तो सुखी रहने की वजह आपको खुद ढूंढनी होगी। कोई दूसरा व्यक्ति आपको तब तक सुखी नहीं रख सकता, जब तक आप खुद नहीं चाहते।
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