Relationship Tips: पति-पत्नी के बीच प्यार बढ़ाने के आसान उपाय
Relationship Tips: पति-पत्नी के रिश्ते में भी उतार-चढ़ाव का दौर आता है लेकिन इस रिश्ते को प्यार, संयम और समझदारी के साथ निभाना जरूरी है।
Relationship Tips: ऐसा माना जाता है कि जोड़ियां स्वर्ग में बनती हैं और धरती पर उनका मिलन होता है। पति-पत्नी का रिश्ता सारे रिश्तों से बहुत खास और अलग होता है। पति-पत्नी के रिश्ते में भी उतार-चढ़ाव का दौर आता है लेकिन इस रिश्ते को प्यार, संयम और समझदारी के साथ निभाना जरूरी है। रिश्तों को और बेहतर बनाना कोई मुश्किल काम नहीं, बस कुछ छोटी-छोटी बातों का ख़्याल रखना होगा और इसकी शुरुआत आपको रिश्ते में बंधने के पहले दिन से ही करनी होगी।
1- कैसे बढ़ाएं
प्यार और विश्वासपति-पत्नी के रिश्ते की शुरुआत की नींव ही विश्वास पर टिकी होती है। एक-दूसरे पर आंख बंद करके भरोसा होना बहुत जरूरी होता है। जब आप अपने पार्टनर पर विश्वास करेंगे और उससे सारी बातें शेयर करेंगे तभी आपका रिश्ता मजबूत बनेगा। और रिश्ते में प्यार तभी पनपेगा जब विश्वास होगा। अपनी बिजी लाइफ के बीच भी आप एक दूसरे के लिउ समय निकालें। समय निकालकर दोनों कहीं बाहर घूमने जरूर जाएं। इससे दोनों एक-दूसरे को वक्त दे सकेंगें और जो भी शिकायतें हैं उन्हें दूर करने का मौका भी मिल सकेगा आपको।
2- विचारों में बैठाएं तालमेल
पति-पत्नी के के रिश्ते में तालमेल बहुत जरूरी है फिर चाहे बात विचार मिलने की हो या कुछ और। जिन मुद्दों पर आपके विचार नहीं मिलते, उन पर बिना मतलब बहस करने या अपनी बात मनवाने की ज़िद न करें। इससे रिश्ते में बेवजह खटास बढ़ता है। और हमेशा कोशिश कर कि एक दूसरे की बात को सुने और समझें। अक्सर देखा गया है कि हनीमून पीरियड निकलने के बाद दोनों एक-दूसरे की कमियां गिनाना शुरू कर देते हैं। इससे तनाव का माहौल पैदा हो जाता है। छोटी-छोटी बातों में कमियां न निकालें बल्कि अच्छे कामों के लिए एक-दूसरे की तारीफ करें।
3- बातचीत को रखें जारी
ऐसा कहीं नहीं होता कि पति पत्नी में नोक झोंक न हो मगर इसक मतलब ये बिलकुल भी नहीं कि जरा सी लड़ाई के बाद आप एक दूसरे बात करना बंद कर दें। कितनी भी नोंक-झोंक हो या फिर मनमुटाव बातचीत करना जारी रखें। क्योंकि बातचीत होने से दूरियां भी बढ़ जाती हैं। इसलिए इन दूरियों को बढ़ाने के बजाए कम करने की कोशिश करें। और आपसी मन मुटाव खत्म करने के लिए अपने पार्टनर के पहल का इंतजार न करें पहले आप ही बात कर लें।
4- जिम्मेदारियों से घबराएं नहीं
कभी भी ज़िम्मेदारियां लेने से घबराएं नहीं चाहे घर हो या ऑफिस। और याद रखें कि उन्हें पूरी ईमानदारी के साथ निभाएं। क्योंकि जिम्मेदारियां भी उन्हीं को दी जाती हैं जो जिम्मेदार व्यक्ति होता है।