Don Bradman: भारत की आजादी के बाद टेस्ट मैच के दौरान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डॉन ब्रैडमैन ने पहनी थी ये कैप, जिसकी लग रही करोड़ों में बोली
Don Bradman: 27 अगस्त, 1908 को जन्मे ब्रैडमैन ने अपने पहले टेस्ट मैच की शुरुआत 20 साल की उम्र में ब्रिस्बेन में इंग्लैंड के खिलाफ खेल कर की थी। जिसमें उन्होंने पहली पारी में 18 और दूसरी पारी में एक रन बनाए थे। लेकिन किसी को अंदाज नहीं था कि चंद रन बनाने वाला यह खिलाड़ी एक दिन एक मैच में तीन शतक ठोकेगा।
Don Bradman: क्रिकेट खेल के प्रेमियों के बीच ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज डोनाल्ड ब्रैडमैन कोई नया नाम नहीं हैं। इनको अपने अंतिम टेस्ट मैच खेले 76 से अधिक वर्ष बीत चुके हैं। लेकिन ब्रैडमैन अभी भी क्रिकेट की दुनिया में अपने प्रशंसकों के बीच बेहद ऊंचा ओहदा और सम्मान रखते हैं। 27 अगस्त, 1908 को जन्मे ब्रैडमैन ने अपने पहले टेस्ट मैच की शुरुआत 20 साल की उम्र में ब्रिस्बेन में इंग्लैंड के खिलाफ खेल कर की थी। जिसमें उन्होंने पहली पारी में 18 और दूसरी पारी में एक रन बनाए थे। लेकिन किसी को अंदाज नहीं था कि चंद रन बनाने वाला यह खिलाड़ी एक दिन एक मैच में तीन शतक ठोकेगा।
ब्रैडमैन ने अपने अगले ही टेस्ट में दुनिया को अपनी जादुई बैटिंग से चौका कर रख दिखा दिया था। एशेज सीरीज के तीसरे टेस्ट में ब्रैडमैन ने पहली पारी में 79 और दूसरी पारी में 112 रन बनाए थे। इस पहले शतक से ही 20 वर्षीय ब्रैडमैन ने रिकॉर्ड बनाने की शुरुआत कर दी थी। वह उस समय टेस्ट में शतक लगाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी के तौर पर पहचान कायम कर चुके थे। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन ने 1928 से 1948 के दौरान कुल 52 टेस्ट मैच खेले। उन्होंने टेस्ट में खेली गई 80 पारियों में 99.9 की शानदार एवरेज से बल्लेबाजी करते हुए 6996 रन बनाए थे। उन्होंने टेस्ट में 29 शतक और 13 अर्धशतक लगाए थे। ब्रैडमैन के बल्ले से इंटरनेशनल क्रिकेट में 681 चौके और 6 छक्के देखने को मिले थे।
ब्रैडमैन के नाम एक ही दिन में तिहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। उन्होंने 1930 में इंग्लैंड के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी। इसी कड़ी में बड़ी-बड़ी पारियां खेलने के लिए मशहूर ब्रैडमैन के नाम सबसे ज्यादा 12 दोहरे शतक का रिकॉर्ड भी है। इसके अलावा उन्होंने दो तिहरे शतक भी लगाए हैं। इस मामले में वह ब्रायन लारा, क्रिस गेल और वीरेंद्र सहवाग के साथ पहले खिलाड़ी के तौर पर जाने जाते हैं। असल में ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन ने साल 1931 में तूफानी पारी खेलते हुए महज 3 ओवर में ही सेंचुरी बना डाली थी। ब्लैकहीथ इलेवन के लिए खेलते हुए लिथगो टीम के खिलाफ ब्रैडमैन ने यह अजूबा कर दिखाया था। बता दें कि 3 ओवर में शतक लगाते हुए इस मैच में ब्रैडमैन ने अपने बल्ले के जादू से 256 रन लेने का रिकॉर्ड बनाया था। वह अभी भी 1000 से लेकर 6000 रन तक सबसे तेजी तक पहुंचने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हैं।
उन्होंने 7 मैचों में 1000 और 15 मैचों में 2000, 23 मैचों में 3000, 31 मैचों में 4000, 36 मैचों में 5000 और 45 मैचों में 6000 रन बनाने का इतिहास रचा है। ब्रैडमैन अपनी सेवाओं के लिए नाइट की उपाधि से सम्मानित होने वाले एकमात्र ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर बने हुए हैं। यह प्रतिष्ठित सम्मान उन्हें 1948 में रिटायरमेंट के बाद हासिल हुआ था। यूनाइटेड किंगडम के इस सर्वोच्च सम्मान को ऑर्डर ऑफ़ द ब्रिटिश एम्पायर के नाम से भी जाना जाता है। इसे पाने वाले व्यक्ति को अपने नाम के आगे ’सर’ लगाने का अधिकार मिलता है। ब्रैडमैन अपने जीवित रहते हुए ही डाक टिकट से सम्मानित किए जाने वाले अपने देश के पहले व्यक्ति थे। आज भी क्रिकेट को लेकर लोगों में वही दीवानगी देखने को मिलती है । लेकिन आज के दौर में ब्रैडमैन जैसा खिलाड़ी देखने को नहीं मिलेगा। लेकिन इस आर्ट्रेलियाई दिग्गज खिलाड़ी की चीजों को लेकर इनके प्रशंसकों के बीच उत्साह देखते ही बनती है। ब्रैडमैन से जुड़ी चीजें आज के दौर में बेहद कीमती बन चुकीं हैं। आज उन वस्तुओं की कीमत नीलामी में लाखों-करोड़ों तक जाती है। इसी कड़ी में उनके द्वारा इस्तेमाल की गई बैगी ग्रीन कैप अब जल्द ही नीलामी के लिए पेश होने वाली है। आइए जानते हैं ये नीलामी कब और कहां होने जा रही है....
ऑन लाइन आप भी हो सकते हैं इस ऑक्शन में शामिल
अगर आप भी क्रिकेट प्रेमी हैं तो आप इस मशहूर ब्रैडमैन की कैप को अपने सर का ताज बना सकते हैं। इस कैप की खासियत है कि इसे ब्रैडमैन ने सन 1947 से 48 के दौरान भारत के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में पहना था। इस सीरीज पर आस्ट्रेलिया ने 4-0 से कब्जा किया और पांच मैचों की छह पारियों में 178.75 की औसत से 715 रन बनाए जो सीरीज में सबसे ज्यादा थे। इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में दूसरा नाम भारतीय क्रिकेटर विजय हजारे का था, जिन्होंने 10 पारियों में 47.67 के औसत से 429 रन बनाए। सबसे कमाल की बात है कि यह मैच भारत के आजाद होने के चंद महीनों बाद ही खेला गया था।अगर आप भी ब्रैडमैन के प्रशंसक हैं और उनके द्वारा इस्तेमाल की गई चीजों को खरीदने में इच्छुक हैं तो सिडनी के बोनहम्स नामक नीलामीघर की आधिकारिक वेबसाइट www.bonhams.com पर जाकर ब्रैडमैन की बैगी ग्रीन कैप हासिल करने के लिए ऑन लाईन ही इस ऑक्शन में शामिल होकर बोली लगा सकते हैं।
इस भारतीय टूर मैनेजर को दी थी ब्रैडमैन ने अपनी कैप
इस ऐतिहासिक जीत के उन्माद में खुश होकर ब्रैडमैन ने अपनी कैप उतारकर टूर मैनेजर पंकज गुप्ता के हाथों में थमा दी थी। लेकिन पंकज गुप्ता ने ये कैप अपने पास ना रखकर इसे उस समय भारतीय टीम के विकेटकीपर रहे पीके सेन को दे दी थी। आज यही कैप अपना लंबा सफर तय करते हुए बोनहम्स के नीलामीघर में पहुंच चुकी है। जहां इस कैप की नीलामी के दौरान लगने वाली कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है। नीलामघर के मुताबिक ब्रैडमैन की कैप की अनुमानित कीमत 3,00,000 डॉलर से 4,00,000 डॉलर या 2.50 करोड़ रुपये से 3.40 करोड़ रुपये तक जा सकती है।
इस दिन होगी इसकी नीलामी
महान क्रिकेटर ब्रैडमैन की बैगी ग्रीन कैप की नीलामी को लेकर बोली अगले महीने 3 दिसंबर तक जारी रखी जाएगी। इसी दिन इसकी आखिरी बोली का दिन होगा। 1793 में लंदन में स्थापित, हम एकमात्र शेष अंतरराष्ट्रीय नीलामी घर बोनहम्स के एक सीनियर एक्सपर्ट एलेक्स क्लार्क ने कैप को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि, “ब्रैडमैन की बैगी ग्रीन कैप दशकों से क्रिकेट और खेल की एक बेशकीमती विरासत का हिस्सा बन चुकी है। इस बैगी ग्रीन कैप का आम कैप से अलग हटकर क्रिकेट और खेल के प्रेमियों के लिए इसका ऐतिहासिक महत्व कहीं ज्यादा हो सकता है। इस बात की पूरी संभावना है कि खेल के इतिहास में गहरी रुचि रखने वाले इस को पाने के लिए कहीं ज्यादा बोली लगाएं।
( लेखिका वरिष्ठ पत्रकार हैं ।)