BCCI Review Meeting: यो-यो के बाद अब डेक्सा टेस्ट, इस टेस्ट से होगा खिलाड़ियों का सलेक्शन
BCCI Review Meeting Dexa Test: बोर्ड ने रविवार को यो-यो टेस्ट को टीम के चयन के लिए फिर से शुरू किया हैं। हालांकि अब यो-यो टेस्ट के अलावा डेक्सा (बोन स्कैन टेस्ट) को भी चयन मानदंड का हिस्सा बनाया गया है।
BCCI Review Meeting Dexa Test: भारत के क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने आगामी 2023 वर्ल्ड कप से पहले खिलाड़ी की फिटनेस पर ध्यान बढ़ाने का फैसला किया है। बोर्ड ने रविवार को यो-यो टेस्ट को टीम के चयन के लिए फिर से शुरू किया हैं। हालांकि अब यो-यो टेस्ट के अलावा डेक्सा (बोन स्कैन टेस्ट) को भी चयन मानदंड का हिस्सा बनाया गया है। बीसीसीआई ने मुंबई में हुई एक समीक्षा बैठक में यह फैसला लिया।
नवंबर में टी20 विश्व कप से भारत के सेमीफाइनल से बाहर होने के बाद से लंबित बैठक आखिरकार बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी, मानद सचिव जय शाह, कप्तान रोहित शर्मा, कोच राहुल द्रविड़, एनसीए प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण और की उपस्थिति में हुई। इसके साथ ही सलेक्शन बोर्ड के सदस्य चेतन शर्मा भी शामिल रहें।
बीसीसीआई ने एक स्टेटमेंट में कहा, "यो-यो टेस्ट और डेक्सा अब चयन मानदंडों का हिस्सा होंगे और खिलाड़ियों के केंद्रीय पूल के हिसाब से रोडमैप का हिस्सा होंगे।"
क्या है डेक्सा टेस्ट (What is Dexa Text)
यह एक एक्स-रे जैसा टेस्ट है। DEXA टेस्ट से खिलाड़ियों की हड्डियों की मज़बूती को मेजर किया जाता है। इसे टेस्ट एक्स-रे टेक्निक का यूज किया जाता है। इस टेस्ट से हड्डियों में होने वाले संभावित फैक्चर को पहले से ही पता चल जाता है। इसको बोन डेंसिटी टेस्ट के नाम से भी जाना जाता है। यह एक अलग तरीके का एक्स-रे टेस्ट होता है।
इस टेस्ट में दो टाइप के बीम होते है, जिसमें एक बीम अधिक पॉवरफूल होती है जबकि दूसरे की शक्ति कम होती है। ये दोनों रे हड्डियों के भीतर जाकर एक्स रे करती हैं। इनकी मदद से यह भी देखा जाता है कि हड्डी की मोटाई कितनी अधिक है।
इसमें दोनों बीमों के मुताबिक बनाए गए एक्स-रे के हिसाब से डॉक्टर बोन डेंसिटी मेजर करता है। इससे खिलाड़ियों के बारे अधिक जानकारी मिलती हैं।
क्या है यो-यो टेस्ट (What is Yo Yo Text)
यो-यो टेस्ट एक एरोबिक फिटनेस टेस्ट है जिसमें बढ़ती गति पर 20 मीटर दूर रखे मार्करों के बीच दौड़ना शामिल है। भारत के कप्तान के रूप में विराट कोहली के कार्यकाल के दौरान YO-YO टेस्ट शुरू किया गया था और शुरुआत में पासिंग स्कोर 16.1 था, जिसे बढ़ाकर 16.5 कर दिया गया था।
बैठक के दौरान अक्टूबर और नवंबर में भारत में होने वाले आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 के रोडमैप के साथ-साथ खिलाड़ी की उपलब्धता, कार्यभार प्रबंधन और फिटनेस मापदंडों के मुद्दों पर भी चर्चा की गई। यह भी निर्णय लिया गया कि उभरते खिलाड़ियों को राष्ट्रीय चयन के योग्य होने के लिए 'पर्याप्त डोमेस्टिक मैच' खेलने की आवश्यकता होगी।