BCCI को तगड़ा झटका: होगा करोड़ों रुपयों का नुकसान, जानिए क्या है वजह
उन्होंने बताया कि भले ही चीनी ब्रैंड आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर है लेकिन यहां लोगों को समझना होगा कि उससे कमाया जाने वाला पैसा अंत में भारत में ही रह रहा है।
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई को वैसे तो सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड का दर्ज़ा प्राप्त है, लेकिन अब ख़बरें ये आ रही है कि उनको करोड़ों रुपयों का नुकसान हो सकता है। दरअसल सूत्रों की माने तो चीनी स्मार्टफोन की निर्माता कंपनी वीवो इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के टाइटल प्रायोजक बने रहेंगे। उन्होंने बताया कि भले ही चीनी ब्रैंड आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर है लेकिन यहां लोगों को समझना होगा कि उससे कमाया जाने वाला पैसा अंत में भारत में ही रह रहा है।
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इतने करोड़ का होगा नुकसान
आपको बता दे कि बीसीसीआई की कुल कमाई 11,900 करोड़ रुपये है । हाल ही में हुए गलवानी घाटी की झड़प में जो भारत और चीन केन सैनिकों के बीच हुआ था उसमे चीनी सैनिकों ने भारत के 23 सनिकों को मार गिराया था, जिसकी वजह से लोगों ने चीनी कंपनी और सामानों का विरोध करना शुरू कर दिया था। अब बीसीसीआई अगर चीन स्पॉन्सर का बहिष्कार करते हैं तो इससे चीनी कंपनियों को बहुत कम फर्क पड़ेगा। लेकिन अगर बीसीसीआई के नुकसान की बात करें तो यहां बोर्ड को 1675 करोड़ रुपये का नुकसान हो जाएगा जो काफी ज्यादा है। इसमें स्पॉन्सरशिप डील्स और बाकी बचे जो डील्स हैं वो शामिल हैं।
इस बात का भी है डर
सिर्फ यही नहीं आईपीएल का होस्ट बॉडकास्टर स्टार है जिसे एड और चीनी कंपनियों से पैसा मिलता है। पिछले कुछ नीलामी की अगर बात करें तो ये टक्कर वीवो और ओप्पो के बीच हुई थी जहां जिसने ज्यादा पैसा दिया था उसे स्पॉन्सर मिला था। ऐसे में अगर बीसीसीआई को अपनी कुल वैल्यू को बचाकर रखना है तो उसे अपने आसपास 2,3 कंपनियां रखनी ही होगी जिससे अगली बार सभी के बीच में प्रतियोगिता हो और बीसीसीआई को ज्यादा पैसे मिले नहीं तो बीसीसीआई को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा सकता है। तो हो सकता है कि बीसीसीआई को 1000 करोड़ रूपये का और नुकसान हो |
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