IPL में ऑर्टिफिशियल आवाज: खाली मैदान में भी गूंज रहा दर्शकों का शोर और तालियां
यूएई में हो रहे आईपीएल 2020 में दर्शकों के मनोरंजन के लिए सब मसलों का इस्तेमाल किया गया है जिसमें भीड़ की नकली आवाजें भी शामिल हैं।
आईपीएल से ठीक पहले ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच टी20 और एकदिवसीय मैचों की सीरीज़ ख़त्म हुई। उन मैचों में न सिर्फ़ स्टेडियम में दर्शकों की कमी खल रही थी। खिलाड़ियों को गेंद ढूंढने के लिए स्टैंड में भटकना पड़ रहा था। टीवी स्क्रीन पर सन्नाटे के बीच सबकुछ चल रहा था। तालियों की गड़गड़ाहट ग़ायब थी। लेकिन आईपीएल कोई सीरियस क्रिकेट नहीं है।
ये एक बिजनेस है जहां मनोरंजन और कमाई पर ही फोकस रहता है। सो यूएई में हो रहे आईपीएल 2020 में दर्शकों के मनोरंजन के लिए सब मसलों का इस्तेमाल किया गया है जिसमें भीड़ की नकली आवाजें भी शामिल हैं। क्रिकेट में दर्शकों को लेकर ऐसा अप्रयोग कभी नहीं किया गया है। लेकिन जब मामला करोड़ों रुपये का हो तो बीसीसीआई और प्रायोजकों की मजबूरी है कि कुछ ’फिक्स’ किया जाए।
खाली स्टेडियम में भारी शोर
इस बार कोरोना वायरस के कारण आईपीएल खाली स्टेडियम में खेला जा रहा है। ऐसे में दर्शकों के बिना टीवी पर आईपीएल मैच देखने वालों को भी अजीब महसूस नहीं हो, इसके लिए आयोजकों ने अनोखा प्रयोग किया है। बग़ैर शोर के आईपीएल की उम्मीद कर रहे दर्शक उस वक़्त चौंक गए जब टीवी पर लाइव प्रसारण के दौरान ऐसा शोर उठा जो खचाखच भरे स्टेडियम में ही मुमकिन था। जबकि स्टेडियम में एक भी दर्शक नहीं है। ऐसे में शोर गुल नकली और रिकार्डेड है।
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ये शोर स्टेडियम में बड़े स्पीकरों के जरिये प्लेयर्स को भी सुनाई देता है ताकि उनका उत्साह बना रहे। मैच के दौरान दर्शकों की कमी महसूस नहीं होने देने के लिए आर्टिफिशियल आवाज का इस्तेमाल जा रहा है। चौके और छक्के पर दर्शकों की तालियों और शोर से ऐसा लगता है जैसे मैदान पर बैठे दर्शक ताली बजा रहे हैं। सिर्फ शोरगुल ही नहीं, चीयरलीडर्स भी कभी कभार एलईडी स्क्रीन पर दिख जाती हैं लेकिन हमेशा नहीं।
इन्टरनेट पर हो रही कमेन्टबाजी
नकली आवाजों पर सोशल मीडिया में खूब कमेंटबाजी चल रही है। कुछ लोगों को नकली आवाजें पसंद आ रही हैं। लेकिन ज्यादातर लोग इसका मजाक उड़ा रहे हैं। ट्विटर और फेसबुक पर मीम्स की भरमार हो गयी है। ज्यादातर लोगों का यही कहना है कि जनता को बेवक़ूफ़ बनाने की भी हद होती है। लेकिन बीसीसीआई ने तो सब हदें पर कर दीं।
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इस फिक्सिंग पर भी कोई ध्यान दे। टीवी या हॉटस्टार पर आईपीएल मैच देख रहे लोगों ने ध्यान दिया है कि मैच में कैमरा हमेशा पिच और खिलाडियों पर फोकस रहता है। खाली और सुनसान पड़े स्टैंड्स की कभी कोई झलक दिखा गयी तो दिख गयी अन्यथा स्टैंड तो दिखाए ही नहीं जाते। आयोजक जानते हैं कि खाली स्टैंड दिखाने में कोई यूएसपी नहीं है।