ICC Ban Transgenders: ICC ने ट्रांसजेंडर प्लेयर्स पर लिया बड़ा फैसला, वूमेंस क्रिकेट खेलने पर लगाया बैन, जानें क्या है पूरा मामला..

ICC Ban Transgenders: आईसीसी के नए नियमों के तहत, कोई भी खिलाड़ी जो पुरुष से महिला बना है और किसी भी प्रकार के पुरुष यौवन(Mens Puberty)से गुजर चुका है, उसे इंटरनेशनल क्रिकेट में भाग लेने की अनुमति नहीं होगी।

Update:2023-11-22 11:32 IST

International Cricket Council (Pic Credit-Social Media)

ICC Ban Transgenders: जेंडर और लिंग पर किसी न किसी प्रकार से चर्चा चलती रहती है। 21 नवंबर को आईसीसी द्वारा लिए गए एक फैसले से यह मुद्दा फिर एक बार चर्चे में है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (International Cricket Council) ने मंगलवार को सभी ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय महिला क्रिकेट(International Women's Cricket) में भाग लेने पर रोक लगा दिया। अंतरराष्ट्रीय बोर्ड के नए नियमों के तहत, कोई भी खिलाड़ी जो पुरुष से महिला बना है और किसी भी प्रकार के मेंस प्यूबर्टी से गुजर चुका है, उसे अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। चाहे खिलाड़ी कोई भी सर्जरी या लिंग परिवर्तन उपचार से गुजरा हो। फिर भी वह योग्य नहीं होगा। 

वूमेंस प्लेयर्स की सुरक्षा प्राथमिकता

आईसीसी ने एक विज्ञप्ति में कहा, "इस सिद्धांत की प्राथमिकता के क्रम में महिलाओं के खेल की अखंडता की सुरक्षा, निष्पक्षता और समावेशन पर आधारित है।" बोर्ड के सीईओ ज्योफ एलार्डिस ने कहा, "एक खेल के रूप में समावेशिता हमारे लिए अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण है, लेकिन हमारी प्राथमिकता अंतरराष्ट्रीय महिला खेल की अखंडता और खिलाड़ियों की सुरक्षा की रक्षा करना थी।" 

ICC ने महीनों के परामर्श बाद लिया फैसला

ICC ने कहा कि जिनके अंदर मेल प्यूबर्टी (पुरुषों में किशोरावस्था के दौरान होने वाले शारीरिक या लैंगिक बदलाव) के किसी तरह के साइन हैं, वे अंतरराष्ट्रीय महिलाओं के खेल में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। आईसीसी ने कहा ICC का यह फैसला डॉ. पीटर हरकोर्ट की अध्यक्षता वाली ICC चिकित्सा सलाहकार समिति की तरफ से नई नीति निष्पक्षता और समावेशन पर आधारित है। बोर्ड ने क्रिकेट के हितधारकों के साथ नौ महीने की परामर्श प्रक्रिया के बाद नई नीति को अंतिम रूप दिया है। जिसमें अंतिम निर्णय बोर्ड द्वारा लिया गया।

डोमेस्टिक लेवल के लिए बोर्ड के होंगे अपने नियम

यह समीक्षा सिर्फ अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट के लिए लैंगिक पात्रता से संबंधित है। दो साल के भीतर नियमों की समीक्षा की जाएगी। ICC ने कहा कि उसका यह फैसला पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट के लिए लैंगिक पात्रता(Sexuality Eligibility) से संबंधित है। घरेलू स्तर(Domestic Level) पर लैंगिक पात्रता के मामले में प्रत्येक सदस्य बोर्ड (Board) का अपना कानून होगा। इस नियम की दो साल के अंदर समीक्षा की जाएगी।

आपको बता दें कि ट्रांसजेंडर एथलीटों को तैराकी, साइकिलिंग और एथलेटिक्स जैसे अन्य खेलों में विशिष्ट महिलाओं की प्रतियोगिताओं में भाग लेने से पहले से ही प्रतिबंधित कर दिया गया है।

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