IND vs AFG: संजु सैमसन या जितेश शर्मा, किसे मिलेगी प्लेइंग 11 में जगह? रिकॉर्ड डाटा देख संजु के फैंस को लगा झटका!
IND vs AFG Jitesh Sharma Sanju Samson: संजू सैमसन और जितेश शर्मा जैसे नए चेहरों को चयनकर्ताओं ने मौका दिया है लेकिन इन दोनों में से कौन सा खिलाड़ी प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनेगा?
IND vs AFG Jitesh Sharma Sanju Samson: आने वाली 11 जनवरी से भारत और अफगानिस्तान (IND vs AFG) के बीच तीन मैचों की T20 सीरीज का आगाज हो जाएगा। इस सीरीज के लिए टीम इंडिया (Team India) का ऐलान हाल ही में हुआ। लेकिन इस बार चुने गए खिलाड़ियों की लिस्ट में ईशान किशन और केएल राहुल में से किसी भी विकेट कीपर बल्लेबाज का नाम शामिल नहीं था। बल्कि संजू सैमसन (Sanju Samson) और जितेश शर्मा (Jitesh Sharma) जैसे नए चेहरों को चयनकर्ताओं ने मौका दिया है। लेकिन इन दोनों में से कौन सा खिलाड़ी प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनेगा, यह सवाल अभी भी बरकरार है?
शर्मा और सैमसंग में से किसे मिलेगी जिम्मेदारी?
आपको बताते चलें कि कप्तान रोहित शर्मा संजू सैमसन और जितेश शर्मा में से किसी एक खिलाड़ी को ही प्लेइंग इलेवन में चुन सकते हैं। यहां विशेषज्ञों का मानना है कि शायद संजू सैमसन को ही आखिरी प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनाया जाएगा। क्योंकि उनके पास जितेश शर्मा के मुकाबले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का अनुभव ज्यादा है और आंकड़े भी संजू सैमसंग के अधिक बेहतर है।
जी हां रिकॉर्ड्स की बात करें तो संजू सैमसन ने अब तक भारतीय टीम के लिए खेल 24 अंतर्राष्ट्रीय T20 मैचों में मिडिल ऑर्डर पर बल्लेबाजी करते हुए 374 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 133.57 का रहा। जबकि T20 फॉर्मेट का बादशाह यानी आईपीएल, में भी संजू सैमसन ने 152 मैच खेले हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 388 रन भी बरसे हैं। उन्होंने इस फॉर्मेट में तीन शतक और 20 अर्धशतक भी जड़े हैं।
यहां से माना जा सकता है कि संजू सैमसन भारत की पिचों पर बेहद ही आक्रामक हो जाते हैं। वहीं दूसरी ओर जितेश शर्मा की बात करें तो उन्होंने अब तक टीम इंडिया के लिए केवल 07 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं। जिसमें भी वह मात्र 69 रन बना सके हैं। वहीं आईपीएल में भी उन्होंने केवल 26 मैच खेले हैं। इस दौरान भी उनके बल्ले से 553 रन ही देखने को मिले हैं। बतौर विकेटकीपर भी संजू का रिकॉर्ड जितेश शर्मा से हर मामले में आगे रहा है, इस डाटा को देखने के बाद शायद कप्तान को फैसला लेने में ज्यादा दिक्कत नहीं आएगी।