विराट कोहली की कप्तानी पर सवाल, भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहली बार छोटे फॉर्मेट में होंगे दो अलग-अलग कप्तान!
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा जब टेस्ट और वनडे फॉर्मेट में विराट कोहली कप्तानी करेंगे। तो वहीं भारत के लिए टी20 इंटरनेशनल में कोई दूसरा खिलाड़ी कप्तानी करता नजर आएगा।
भारतीय कप्तान विराट कोहली (Bhartiya Captain Virat Kohli) ने 16 सितंबर को टी20 फॉर्मेट से कप्तानी छोड़ने का एलान कर दिया था। कोहली ने ट्वीट कर कहा था कि वह दुबई में अगले महीनें से होने वाले टी20 विश्वकप (T20 World Cup) के बाद भारत (India) के लिए टी20 क्रिकेट में कप्तानी नहीं करेंगे। गौरतलब है कि यह पहला मौका होगा जब कोई व्हाइट बॉल क्रिकेट फॉर्मेट भारत का अलग-अलग कप्तान हो सकता है।
दरअसल भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा जब टेस्ट और वनडे फॉर्मेट में विराट कोहली कप्तानी करेंगे। तो वहीं भारत के लिए टी20 इंटरनेशनल में कोई दूसरा खिलाड़ी कप्तानी करता नजर आएगा। इससे पहले भारत के क्रिकेट इतिहास में कभी दो नियमित कप्तानों की नियुक्ति नहीं हुई है।
धोनी ने छोटे फॉर्मेट की कप्तानी एक साथ छोड़ी थी
आपको बता दें कि भारत के सबसे सफलतम कप्तानों महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने भी जब रेड बॉल क्रिकेट को अलविदा कहा था। तो उन्होंने पूरी तरीके से रेड बॉल क्रिकेट को छोड़ दिया था। और सिर्फ व्हाइट बॉल क्रिकेट के दोनों फॉर्मेंटों में भारत के लिए कप्तानी करते थे। वहीं जब धोनी ने वनडे और टी20 क्रिकेट दोनों फॉर्मेटों से कप्तानी छोड़ी। जिसके बाद विराट कोहली को रेड बॉल के साथ व्हाइट बॉल क्रिकेट के दोनों फॉर्मेटों में भारत का नियमित कप्तान बना दिया गया था। धोनी के कप्तानी छोड़ने से पहले विराट कोहली सिर्फ भारतीय टेस्ट टीम के नियमित कप्तान थे।
सुनील गावस्कर ने कहा सेलेक्टर्स के हटाने से पहले कोहली ने खुद छोड़ी कप्तानी
भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने एक टीवी चैनल में कहा कि जब आप कई आईसीसी टूर्नांमेंट खेले और उसमें आपकों जीत न मिले तो आपके के साथ टीम मैनेजमेंट, सेलेक्टर्स का यह एक चिंता का विषय बन जाता है। आप पर टूर्नांमेंट जीत का और अधिक दबाव होता है। सुनील गावस्कर ने आगे कहा कि अगर भारत विराट कोहली की कप्तानी में टी20 विश्व कप हार जाता है। सेलेक्टर्स उन्हें हटा सकते हैं। जिसको देखते हुए विराट ने खुद ही पहले कप्तानी छोड़ने का फैसला कर लिया। जिससे अगर भारत टी20 विश्व कप जीतता है तो विराट के पास टी20 फॉर्मेट में कप्तानी जारी रखने का मौका होगा।
विराट कोहली ने अब तक 45 इंटरनेशनल मैचों में भारत के लिए कप्तानी की है। जिसमें भारत को 27 में जीत 14 में हार का सामना करना पड़ा है।
विराट कोहली की कप्तानी में भारत की आईसीसी टूर्नामेंट में हार
गौरतलब है कि भारत ने विराट कोहली की कप्तानी तीन-तीन आईसीसी टूर्नांमेंट खेले हैं। और तीनों में भारत सेमीफाइनल और फाइनल की जगह बनाई है। लेकिन भारत को आखिरी में हार का सामना करना पड़ा। इन आईसीसी टूर्नांमेंट में हार के बाद से ही विराट कोहली की कप्तानी को लेकर सवाल खड़े हो रहे थे। हालांकि देखने वाली बात यह होगी क्या विराट कोहली दुबई में होने वाले टी20 विश्व कप में भारत को जीत दिला देते हैं तो भी क्या भारतीय टीम की टी20 फॉर्मेट से कप्तानी छोड़ देगें या अपने फैसले को वापस लेगें।
वहीं जबकि मीडिया में ऐसी खबरें आ रही हैं कि विराट कोहली टी20 विश्व कप के बाद वनडे इंटरनेशनल मैच में भी भारत के लिए कप्तानी नहीं करेंगे। वह वनडे फॉर्मेट में टीम इंडिया के नियमित कप्तानी की भूमिका को छोड़ सकते हैं। हालांकि इसको लेकर अभी बीसीसीआई ने कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है।
कोहली छोड़ सकते हैं वनडे फॉर्मेट की भी कप्तानी
लेकिन क्रिकेट के जानकारों का मानना है कि विराट कोहली को छोटे फॉर्मेटों की कप्तानी छोड़ देनी चाहिए। और उन्हें भारत की टेस्ट चैंपियनशिप के मैच की ओर ध्यान देना चाहिए। क्रिकेट के जानकारों का कहना है कि रोहित शर्मा को व्हाइट बॉल क्रिकेट के सभी फॉर्मेटों भारत का नियमित कप्तान बना देना चाहिए। रोहित के कप्तानी का रिकॉर्ड भी विराट कोहली से अच्छा रहा है। अब देखना होगा कि भारतीय सेलेक्टर्स टी20 विश्वकप के बाद क्या फैसला लेगें। और अगर भारत जीतता है तो क्या कोहली अपने फैसले पर कायम रहेंगे।