Champions Trophy 2025: भारत के पास आज सबसे कामयाब टीम बनने का मौका, न्यूजीलैंड पर जीत से बनेगा बड़ा रिकॉर्ड
Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में आज भारत और न्यूजीलैंड के बीच भिड़ंत पर पूरी दुनिया की निगाहें लगी हुई हैं।;
Champions Trophy 2025
Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में आज भारत और न्यूजीलैंड के बीच भिड़ंत पर पूरी दुनिया की निगाहें लगी हुई हैं। टूर्नामेंट में अभी तक भारतीय टीम ने हार का मुंह नहीं देखा है। ग्रुप स्टेज के तीनों मैचों में जीत के बाद भारत ने सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में प्रवेश किया है। ऐसे में दुबई में आज खेले जाने वाले फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया के फैंस को भारत के चैंपियन बनने की उम्मीद है।
टीम इंडिया के पास आज चैंपियंस ट्रॉफी की सबसे कामयाब टीम बनने का बड़ा मौका है। यदि भारतीय टीम आज न्यूजीलैंड पर जीत हासिल करने में कामयाब रही तो टीम इंडिया सबसे अधिक बार चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम बन जाएगी। भारत आज न्यूजीलैंड को हराकर ऑस्ट्रेलिया को पीछे छोड़ते हुए बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर सकता है।
आज ऑस्ट्रेलिया को पीछे छोड़ सकती है टीम इंडिया
चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत 1998 में हुई थी और भारत व ऑस्ट्रेलिया की टीमें दो-दो बार चैंपियंस ट्रॉफी जीत चुकी हैं। 2002 में भारत की टीम श्रीलंका के साथ संयुक्त रूप से विजेता बनी थी जबकि उसके बाद टीम इंडिया 2013 में एक बार फिर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने में कामयाब हुई थी। दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 2006 और 2009 में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था।
ऐसे में भारत के पास आज ऑस्ट्रेलिया को पीछे छोड़ते हुए तीसरी बार चैंपियन बनने का बड़ा मौका है। यदि टीम इंडिया आज न्यूजीलैंड को हराने में कामयाब रही तो वह सबसे अधिक बार चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम बन जाएगी। दुबई में आज भारतीय टीम पांचवीं बार चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला खेलने के लिए उतरेगी।
इसलिए की गई थी चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत
चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन के पीछे बीसीसीआई और आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष जगमोहन डालमिया का दिमाग था। डालमिया की पहल के बाद 1998 में पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन किया गया था। उस समय डालमिया आईसीसी के अध्यक्ष थे और तब इसका नाम आईसीसी नॉकआउट था। चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत एक विशेष मकसद से की गई थी। दरअसल आईसीसी का मानना था कि जिन देशों के पास टेस्ट दर्जा नहीं है,वहां क्रिकेट को बढ़ावा देने और उनके लिए फंड जुटाने के लिए एक टूर्नामेंट वहां आयोजित किया जाना चाहिए। इस मकसद के साथ हर दो साल पर चैंपियन ट्रॉफी का आयोजन करने का फैसला लिया गया।
1998 में हुई थी चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत
पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन 1998 में बांग्लादेश में किया गया था। उस समय बांग्लादेश टेस्ट प्लेइंग नेशन नहीं था। 2000 में केन्या में चैंपियंस ट्रॉफी खेली गई। साल 2002 में पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी टेस्ट प्लेइंग नेशन में खेली गई। पहली बार श्रीलंका इसका मेजबान बना और और भारत के साथ संयुक्त रूप से चैंपियन भी बना। मिनी वर्ल्ड कप के नाम से जाने जाने वाले इस टूर्नामेंट का नाम भी इसी साल बदलकर चैंपियंस ट्रॉफी किया गया। 2002 के बाद भारत ने 2013 में भी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। उस साल भारत ने फाइनल में इंग्लैंड को हराया था।
दो बार खिताब जीत चुकी है टीम इंडिया
1998 में शुरुआत के बाद चैंपियंस ट्रॉफी के विजेता और उपविजेता पर भी नजर डालना जरूरी है। चैंपियंस ट्रॉफी का पिछला आयोजन 2017 में किया गया था। उस साल भारत की टीम टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी मगर पाकिस्तान ने फाइनल में भारत को हराकर चैंपियन बनने का सपना तोड़ दिया था। उसके बाद अब इस साल चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन किया गया है।
-चैंपियंस ट्रॉफी 1998:दक्षिण अफ्रीका, रनर-अप: वेस्टइंडीज।
-चैंपियंस ट्रॉफी 2000: न्यूजीलैंड, रनर-अप: भारत।
-चैंपियंस ट्रॉफी 2002: भारत-श्रीलंका संयुक्त विजेता।
-चैंपियंस ट्रॉफी 2004: वेस्टइंडीज, रनर-अप: इंग्लैंड।
-चैंपियंस ट्रॉफी 2006: ऑस्ट्रेलिया, रनर-अप: वेस्टइंडीज
-चैंपियंस ट्रॉफी 2009: ऑस्ट्रेलिया, रनर-अप: न्यूजीलैंड।
-चैंपियंस ट्रॉफी 2013: भारत, रनर-अप: इंग्लैंड।
-चैंपियंस ट्रॉफी 2017: पाकिस्तान, रनर-अप: भारत।