ICC CT : बांग्लादेशी प्रशंसक टेंशन में, कहीं मैच में हो न जाए वर्ल्डकप वाला खेल
ढाका : बांग्लादेश क्रिकेट टीम के समर्थकों को चिंता सता रही है कि कहीं आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में 2015 विश्व कप क्वार्टर फाइनल की घटना फिर न दोहराई जाए।
उल्लेखनीय है कि 2015 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश और भारत के मैच के दौरान अंपायरों के दो फैसले बांग्लादेश के खिलाफ गए थे।
आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में गुरुवार को एजबेस्टन मैदान पर एक बार फिर दोनों टीमें आमने-सामने होंगी। ऐसे में बांग्लादेशी प्रशंसकों के लिए चिंता करना लाजमी है। बांग्लादेश के समर्थकों के एक घड़े के मन में 2015 विश्व कप क्वार्टर फाइनल की यादें अभी तक ताजा हैं।
साल 2015 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल मैच में भारत की बल्लेबाजी के दौरान सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा उस समय 90 रन बना चुके थे, जब 40वें ओवर में रुबेल हुसैन की फुल टॉस गेंद पर उन्होंने शॉट खेला जिस पर वह डीप मिडविकेट पर कैच आउट हो गए, लेकिन फील्ड अंपायर इयान गोउल्ड ने इस गेंद को कमर से ऊपर जाती हुई गेंद मानते हुए 'नो बॉल' करार दे दिया।
हालांकि, टीवी रीप्ले में भी दिखाया गया था कि गेंद रोहित की कमर से नीचे है, लेकिन फैसला भारत के पक्ष में गया। इस मैच में भारतीय टीम ने 196 का स्कोर खड़ा किया था और रोहित ने 137 रन बनाए थे।
इसके अलावा, दूसरी स्थिति में बांग्लादेश की की पारी के दौरान शिखर धवन ने 17वें ओवर में मोहम्मद महमुदुल्लाह का कैच पकड़ा था लेकिन वह बाउंड्री को छू गए थे, यह फैसला भी भारत के पक्ष में ही रहा।
इस मैच में भारत ने 109 रनों से जीत हासिल की थी। बांग्लादेश के प्रशंसक इस फैसले से काफी नाराज थे और वे सभी पाकिस्तानी अंपायर अलीम दार की अलोचना कर रहे थे।
बांग्लादेशी समर्थकों ने गुरुवार को दोनों टीमों के साथ मैदान पर उतरने वाले अंपायरों रिचर्ड केटलबोरो और कुमार धर्मसेना पर अपनी चिंता व्यक्त की है। बांग्लादेश टीम के कोच चंदिका हाथुरुसिंघा को हालांकि, अपनी टीम पर पूरा विश्वास है।
कोच ने अपने एक बयान में कहा कि उनकी टीम अन्य टीमों से बेहतर है। टीम के चार गेंदबाज अलग-अलग गेंदबाजी का अनुभव कराएंगे।
हाथुरुसिंघा ने कहा, "मैंने हमेशा से कहा है कि मेरे गेंदबाज अन्य टीमों से बेहतर हैं। मैं भारतीय टीम को कमतर नहीं आंक रहा हूं। उनकी गेंदबाजी भी अच्छी है।"